इस बीच जो खबर सामने आ रही है वो यह कि तिहाड़ जेल में बंद निर्भया के दोषी सदमे में हैं। चारों के चेहरे पर खौफ आसानी से देखा जा सकता है। खास बात यह है कि इनमें से एक दोषी विनय की डर की वजह से तबीयत काफी बिगड़ गई है। उसे जेल के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
निर्भया के दोषियों को फांसी देने से पहले छलका जल्लाद का दर्द, पीेम मोदी को खत लिख गलाई ये गुहार दिन दो बार हो रही डॉक्टरी जांच
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों कैदी तनाव में हैं। कारण है उन्हें भनक लग गई है कि जल्द उन्हें फांसी दी जाने वाली है। सभी कैदियों की दिन दो बार डॉक्टरी जांच भी हो रही है।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों कैदी तनाव में हैं। कारण है उन्हें भनक लग गई है कि जल्द उन्हें फांसी दी जाने वाली है। सभी कैदियों की दिन दो बार डॉक्टरी जांच भी हो रही है।
चारों कैदी अक्षय, मुकेश, पवन और विनय को पहले के मुकाबले अब भूख कम लग रही है। अक्षय और मुकेश ने तो सुप्रीम कोर्ट में फांसी ना दिए जाने की याचिका भी लगाई है। जबकि विनय ने राष्ट्रपति को दया याचिका दी थी जिसे बाद में वापस ले लिया।
वहीं पवन को अब भी लग रहा है उसे जुवेनाइल का एक केस अब भी हाईकोर्ट में लंबित है, लिहाजा उसे अभी फांसी देना मुश्किल है। फंस गया निर्भया के दोषियों की फांसी में पेच, अब 16 को नहीं इस दिन होगी फांसी!
विनय की वजह से तेज हुआ प्रशासन
अक्षय, मुकेश और पवन एक ही जेल में बंद हैं और उन्हें पिछले पांच दिनों से काम के लिए भी नहीं भेजा जा रहा है। दिन में इनका ज्यादा समय आपस में बात करते हुए बीतता है।
अक्षय, मुकेश और पवन एक ही जेल में बंद हैं और उन्हें पिछले पांच दिनों से काम के लिए भी नहीं भेजा जा रहा है। दिन में इनका ज्यादा समय आपस में बात करते हुए बीतता है।
इनमें से एक कैदी के मुताबिक अगर विनय दया याचिका नहीं लगाता तो तिहाड़-प्रशासन इतनी जल्दी नहीं दिखाता। अब सिर्फ मौत का इंतजार
ये तीनों आम कैदियों की तरह सुबह छह बजे जगने के बाद नाश्ता करके अपने-अपने काम पर 8 बजे चले जाते थे, लेकिन 5 दिनों से अपने वार्ड में ही हैं और अपनी मौत का इंतजार कर रहे हैं।
ये तीनों आम कैदियों की तरह सुबह छह बजे जगने के बाद नाश्ता करके अपने-अपने काम पर 8 बजे चले जाते थे, लेकिन 5 दिनों से अपने वार्ड में ही हैं और अपनी मौत का इंतजार कर रहे हैं।