इस बात के मद्देनजर उनके वकीलों ने शीर्ष अदालत से इस बात की पैरवी की है कि उन्हें कुछ और दिन तक सीबीआई हिरासत में ही रहने दिया जाए। बता दें कि आईएनएक्स मीडिया ( INX Media Case ) मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम इन दिनों सीबीआई की हिरासत में हैं। उनकी गिरफ्तारी को लेकर ये खबरें सुख्रियों में है कि क्या कानूनी दांव और सीबीआई के पेंच में फंस जाएंगे चिदंबरम?
आर्टिकल 370 समाप्त होने के बाद बिपिन रावत का पहला श्रीनगर दौरा आज, सुरक्षा वकीलों ने की CBI हिरासत में रखने की अपील ऐसा इसलिए कि सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई की विशेष अदालत में पिछले कुछ दिनों से जारी बहस से हालात ऐसे बन रहे हैं कि चिदंबरम शुक्रवार शाम को तिहाड़ पहुंच जाएं। इस बात से परेशान चिदंबरम के कद्दावर वकीलों ने उन्हें सीबीआई हिरासत में रखने की पेशकश सुप्रीम कोर्ट से की है।
भारत के खिलाफ नगा विद्रोहियों को भड़का रहा है पाकिस्तान, जारी कर रहा है भड़काऊ वीडियो जारी है शह और मात का खेल बताया जा रहा है कि चिदंबरम के बड़े वकीलों की फौज ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की है। लेकिन वकीलों की चालाकी को देखते हुए देश की बड़ी जांच एजेंसियां भी किसी मामले में कम नजर नहीं आ रही हैं।
चिदंबरम के वकीलों के हर दांव को विरोधी काट निकालने में लगे हुए हैं। तय हैं कि चिदंबरम मामले में देश की शीर्ष अदालत में कानूनी मोहरों से शह मात का खेल जारी है।
सफल ऑपरेशन के बाद खुशी से ICU में झूम उठा डॉक्टर सिब्बल ने किया था सीबीआई की मांग का विरोध अभी तक सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल चिदंबरम को स्पेशल कोर्ट की हिरासत में रखने का पुरजोर विरोध कर रहे थे। अब चिदंबरम के वकीलों का कहना है कि सोमवार तक उनको सीबीआई की हिरासत में ही रहने दिया जाए।
बता दें कि सीबीआई ने विशेष कोर्ट से चिदंबरम को 5 दिन की हिरासत मांगी तो सिब्बल और सिंघवी बिफर पड़े थे। उन्होंने कहा था कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने तर्क दिया था कि हमारे मुवक्किल से एक ही सवाल बार बार पूछे जा रहे हैं। उनको सिर्फ नीचा दिखाने के लिए सीबीआई उन्हें हिरासत में लेना चाहती है।
लेकिन सवाल ये है कि तीन दिन बाद ही ऐसा क्या हो गया कि सिब्बल जोर दे रहे हैं कि हुजूर सीबीआई की हिरासत में ही चार दिन और रहने दिया जाए। हम इसके लिए भी राजी हैं।