NEET UG and JEE Main 2020 पर जारी विरोध के बीच शिक्षा मंत्री ने बताई हकीकत
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने विशेष साक्षात्कार में दी जानकारी।
जेईई और नीट परीक्षा के आयोजन किए जाने को लेकर विपक्ष कर रहा विरोध।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों की सेहत और भविष्य सर्वोपरि है।
NEET UG and JEE Main 2020: Education Minister Nishank says our prime concern is safety and future of students
नई दिल्ली। COVID-19 महामारी के बीच संयुक्त प्रवेश परीक्षा ( जेईई ) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा ( नीट ) के आयोजन पर छिड़े विवाद को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को कई जरूरी बातें बताईं। निशंक ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा और भविष्य सर्वोच्च प्राथमिकता थी और इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि सहित कई कदम उठाए गए हैं।
NEET UG and JEE Main 2020 से जुड़े कई मुद्दों का दिया पूर्व शिक्षा सचिव ने जवाब समाचार एजेंसी एएनआई से विशेष बातचीत में पोखरियाल ने कहा, “छात्र हर किसी के बच्चे हैं। इस मामले में कोई ‘सरकार का पक्ष’ या विपक्ष नहीं है। छात्रों का भविष्य, करियर और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। देश भर से माता-पिता और छात्रों के कई अनुरोधों के बाद, यह निर्णय लिया गया है कि परीक्षा निर्धारित समय के अनुसार होगी।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने पहले भी दो बार परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था और मुझे शिक्षा मंत्रालय के सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर माता-पिता और छात्रों से कई सकारात्मक प्रतिक्रियाएं प्राप्त होने की खुशी है, जिनमें पूछा गया है कि छात्र कब तक परीक्षाओं की तैयारी कर सकता है? कई छात्रों ने कहा है कि वे पूरा एक साल बर्बाद नहीं करना चाहते हैं और परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए।”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगे कहा, “दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा था कि नीट-यूजी के साथ ही जेईई परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। परीक्षाओं के स्थगित होने के अनुरोध का कोई औचित्य नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने ठीक ही कहा कि जीवन आगे बढ़ना चाहिए और छात्रों के करियर को खतरे में नहीं डाला जा सकता है।”
केंद्र सरकार ने किसी की भी ना सुनी, NTA ने कर दी JEE Main और NEET 2020 की तारीखों की घोषणा पोखरियाल ने आगे बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के महानिदेशक ने उन्हें बताया था कि 24 घंटे के भीतर जेईई के 8.58 लाख में से 7.5 लाख उम्मीदवारों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किए है और NEET के लिए 15.97 लाख में से 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों का प्रवेश पत्र डाउनलोड करना यह दर्शाता है कि छात्र किसी भी कीमत पर परीक्षा आयोजित होने देना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर की इन दोनों परीक्षाओं के लिए केंद्र बढ़ाए गए हैं। निशंक ने कहा, “जेईई परीक्षा केंद्रों को 570 से बढ़ाकर 660 कर दिया गया है, जबकि छात्रों की सुविधा के लिए नीट के परीक्षा केंद्रों को 2,546 से बढ़ाकर 3,842 कर दिया गया है। अब 99 प्रतिशत छात्रों को उनकी पसंद के परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं।”
उन्होंने कहा, “हमारे शिक्षा सचिव सभी राज्यों के मुख्य सचिव, शिक्षा और स्वास्थ्य सचिवों के साथ लगातार संपर्क में हैं। बहुत सतर्कता बरती जा रही है और मैं छात्रों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनटीए द्वारा व्यवस्था की गई है। इसमें 72 दिशानिर्देश हैं जो कि दोनों परीक्षाओं का सुरक्षित संचालन सुनिश्चित करेंगे और मुझे विश्वास है कि छात्र एक साल भी बर्बाद नहीं करेंगे।”