पहली बैठक 9 अगस्त को होगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समुद्री सुरक्षा को लेकर होने वाली उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे और इसी के साथ वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बन जाएंगे। प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वर्चुअली यानी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए करेंगे। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर 18 और 19 अगस्त को शांति स्थापना और आतंकवाद पर प्रहार से संबंधित होने वाली बैठकों की अध्यक्षता करेंगे।
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बता दें कि भारत बीते एक अगस्त को एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी दूत टीएस तिरुमूर्ति दो अगस्त को पहले दिन विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए। भारत एक जनवरी 2021 को सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में दो साल के लिए चुना गया है। यह सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 के कार्यकाल के दौरान भारत की पहली अध्यक्षता है। इसके बाद भारत अगले साल दिसंबर में यानी एक दिसंबर 2022 को फिर एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बनेगा। यही नहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता के दौरान भारत तीन मुद्दों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसमें समुद्री सुरक्षा, शांति व्यवस्था और काउंटर टेरेरिज्म शामिल है।
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इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने गत रविवार को बताया था कि भारत की ओर से 15 देशों के ताकतवर विश्व निकाय की कमान संभालना गर्व की बात है। यह उसी महीने में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की कमान संभालना विशेष सम्मान की बात है, जिस महीने हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। उन्होंने बताया था कि पिछले सात महीनों के कार्यकाल में, हमने विभिन्न मुद्दों पर एक सैद्धांतिक और दूरंदेशी रुख अपनाया है। हम जिम्मेदारियों को निभाने से नहीं डरते। हम सक्रिय रहे हैं। हमने अपनी प्राथमिकता वाले मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। हमने परिषद के भीतर विभिन्न विचारों के बीच अंतर को पाटने की कोशिशें की हैं। हमारी अध्यक्षता में हम यही करने की कोशिश करेंगे।