ऐसे में लोगों से जहां घरों में ही रहने की अपील की गई है, वहीं कुछ अप्रवासी लोगों ( Immigrant people ) के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
लेकिन ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए कुछ सरकारी व गैर-सरकारी संगठन आगे आए हैं। महाराष्ट्र में कुछ ऐसा ही काम ‘मुंबई रोटी बैंक’ ( Mumbai Roti Bank ) कर रहा है।
यह संगठन लॉकडाउन ( Lockdown ) के बीच मुंबई में रोजाना लगभग 35 हजार गरीब और जरूरतमंद लोगों को खाना खिला रहा है।
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दरअसल, ‘मुंबई रोटी बैंक’ की स्थापना महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी डी शिवानंदन ने 26 मार्च, 2018 को की थी।
स्थापना से लेकर अब तक इस संगठन ने मुंबई व आसपास के इलाकों में लगभग 5.3 लाख लोगों को भोजन कराया है।
लॉकडाउन के बीच भी शिवानंदन का यह संगठन हर रोज 35 हजार लोगों के खाने का प्रबंध कर रहा है।
शिवानंदन के अनुसार यह समय गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के परिप्रेक्ष्य में भोजन से भरी थाली और खाली प्लेटों के बीच के बीच के अंतर को खत्म करने का है।
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मुंबई के साथ ही यह संगठन नागपुर में भी सक्रिय है और रोजाना 2500 लोगों को खाना खिला रहा है। शिवानंदन ने बताया कि अब वह पुणे में भी संगठन के माध्यम से लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
लेकिन वहां लोगों की कमी की वजह से थोड़ी मुश्किलें आ रही है। उन्होंने बताया कि मुंबई घनी आबादी वाला शहर है, इसलिए यहां हम हर किसी के पास नहीं जा सकते।
लोग खुद हमसे संपर्क करते हैं और उनकी जरूरत के हिसाब से भोजपा उपलब्ध करा दिया जाता है।
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