इस पूरे मामले को लेकर कुलपति का कहना है कि यूनिवर्सिटी के छात्र छात्राओं, शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के ओएसडी आनंद प्रकाश के दस्तख़त से जारी किए गए इसी आदेश में कहा गया है कि अख़बारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में चल रही ख़बरों से विश्वविद्यालय में परिस्थितियां प्रतिकूल हो गई हैं।
यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वालों छात्रों को 20 अगस्त दोपहर दो बजे से पहले हॉस्टल खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।आपको बता दें कि केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम 2009 के मुताबिक यूनिवर्सिटी का कुलपति सुरक्षा, सौहार्द्र और अनुशासन का माहौल कायम रखने के लिए ऐसे फ़ैसले ले सकता है।
आपको बता दें कि प्रो. संजय ने पुलिस को लिखी शिकायत में यह आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने उन्हें घर से खींच कर जान से मारने की कोशिश की। वे उनके फेसबुक पोस्ट का विरोध कर रहे थे और उन्हें ‘चरमपंथी’ बता रहे थे। दरअसल देश में पिछले कुछ समय से भीड़ के उग्र होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। प्रोफेसर संजय कुमार पर शुक्रवार पर भी भीड़ ने कथित रूप से हमला बोल दिया था, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती करने से पहले संजय कुमार की हालात काफी खराब हो चुकी थी। उनकी दाहिनी आंख बुरी तरह जख्मी है जिसके चलते उन्हें देखने में काफी परेशानी हो रही है परिजनों को आशंका है कि संजय की आंख रोशनी भी जा सकती है। वहीं ठीक बोलने में भी संजय काफी दिक्कतें हो रही है।