पिछले 3 साल के आंकड़े
ये आंकड़ा सोमवार दोपहर करीब 3 बजे के आसपास तक का है। मंगलवार रात करीब 9 बजे तक यह आंकड़ा 80 लाख 11 हजार तक आ गया। आपको बता दें कि पिछले 3 साल से श्रद्धालुओं के आंकड़े जारी करने पर रोक लगी हुई थी, लेकिन इस साल श्राइन बोर्ड ने इन आंकड़ो जारी किया है, जो अपने आप में रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं। इससे पहले साल 2015 में श्रद्धालुओं की संख्या 77,76,604 रही थी। वहीं 2016 में 77,23,721 श्रद्धालुओं माता रानी के दरबार में माथा टेका था।
ये आंकड़ा सोमवार दोपहर करीब 3 बजे के आसपास तक का है। मंगलवार रात करीब 9 बजे तक यह आंकड़ा 80 लाख 11 हजार तक आ गया। आपको बता दें कि पिछले 3 साल से श्रद्धालुओं के आंकड़े जारी करने पर रोक लगी हुई थी, लेकिन इस साल श्राइन बोर्ड ने इन आंकड़ो जारी किया है, जो अपने आप में रिकॉर्ड कायम कर चुके हैं। इससे पहले साल 2015 में श्रद्धालुओं की संख्या 77,76,604 रही थी। वहीं 2016 में 77,23,721 श्रद्धालुओं माता रानी के दरबार में माथा टेका था।
आतंक के खौफ में बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या
आपको बता दें कि ये आंकड़े इसलिए भी हैरान करने वाले हैं क्योंकि इसी साल कश्मीर में आतंकी घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। कश्मीर में अशांति होने के बाद भी बेखौफ श्रद्धालु लगातार वैष्णो देवी भवन पहुंचते रहे हैं। बीते वर्ष के मुकाबले इस साल अब तक करीब 3 लाख अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी भवन पहुंचे हैं।
आपको बता दें कि ये आंकड़े इसलिए भी हैरान करने वाले हैं क्योंकि इसी साल कश्मीर में आतंकी घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। कश्मीर में अशांति होने के बाद भी बेखौफ श्रद्धालु लगातार वैष्णो देवी भवन पहुंचते रहे हैं। बीते वर्ष के मुकाबले इस साल अब तक करीब 3 लाख अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी भवन पहुंचे हैं।