उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश तो कहर बनकर टूट रही है। दोनों राज्यों में अभी तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 6 साल में पहली बार इस मानसूनी सीजन के दौरान सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में हो रही भीषण बारिश की वजह से मैदानी और पहाड़ी इलाका पूरा जलमग्न हो चुके हैं। जंगली क्षेत्र में जानवर जान बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। आबादी वाले इलाकों में घर और सड़कों तालाब बन चुकी है और लोगों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर राहत-बचाव कार्य चल रहा है।
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जून में सामान्य से 33 फीसद कम बारिश रिकॉर्ड
हालांकि मौसम विभाग की मानें तो मानसून का आज आखिरी दिन है। गौरतलब है कि भारत में मानसून 1 जून से शुरू होकर 30 सितंबर तक खत्म हो जाता है। इस वर्ष मानसून देर से दस्तक दी थी। शुरुआत में मानसून की रफ्तार काफी धीमी थी। जून में सामान्य से 33 फीसद कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
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वहीं सीजन के अंत में मानसून दक्षिण भारत में भी अपना असर दिखा गया। दरअसल शुरुआती दौर में यहां जुलाई के महीने तक 30 फीसद से कम बारिश हुई थी। लेकिन अगस्त और सितंबर में यहां मूसलाधार बारिश से पूरे सीजन में सामान्य से 16 फीसद ज्यादा बारिश हुई।
पूरे भारत में भले ही औसत से ज्यादा बारिश हुई हो, लेकिन केवल उत्तर भारत की बात करें तो यहां अब तक सामान्य से तीन फीसद कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं दक्षिण भारत में सामान्य बारिश दर्ज की गई है।