अगले 24 से 48 घंटों के दौरान उत्तराखंड ( Rain in uttarakhand ), पूर्वी उत्तर प्रदेश और दक्षिण राजस्थान ( Rain in Rajasthan ) में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार और उससे सटे उत्तर प्रदेश के हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ ही पश्चिम विक्षोभ भी सक्रिय है। इसकी वजह से पश्चिमी हिमालय के आसपास के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना है।
बारिश से मुंबई बेहाल, तेज हवाओं के कारण एयरपोर्ट पर इंडिगो का विमान सीढ़ियों से टकराया, कई इलाकों में जल भराव इन राज्यों में बारिश के आसार मौसम विभाग के मुताबिक 7 और 8 जून को उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, चंड़ीगढ़, दिल्ली, बिहार, अंडमान, निकोबार, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और कनार्टक के तटीय इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक इनमें कुछ स्थानों पर तेज हवाएं भी चलेंगी। हवा की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है। इसके साथ ही तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, बंगाल की खाड़ी के समस्त दक्षिणी-पूर्वी और पश्चिमी मध्य के कुछ हिस्सों में मानसून तेजी से आगे बढ़ेगा।
अनुमान है कि निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा के तटों के पास 10 जून तक पहुंचेगा। इस सिस्टम के बाईं तरफ यानी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, विदर्भ, दक्षिणी छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश होगी।
हरियाणा के इन इलाकों में चलेंगे तेज हवाएं हरियाणा के कई इलाकों में हवा 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। यहां हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज के साथ कई इलाकों में छींटे पड़ेंगे। इनमें सादुलपुर, लोहारू, नारनौल, कोटपूतली, अलवर, राजगढ़, महंदीपुर के आसपास और आसपास के क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है।
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IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है ऐसे में अगले सप्ताह ये ओडिश की ओर से आगे बढ़ सकता है। लिहाजा, दबाब कम होने के कारण च्रकवाती प्रवाह बनेगा।
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है ऐसे में अगले सप्ताह ये ओडिश की ओर से आगे बढ़ सकता है। लिहाजा, दबाब कम होने के कारण च्रकवाती प्रवाह बनेगा।
ऐसे में अच्छी और भारी बारिश की संभावन है। उन्होंने बताया कि देश में मानसून भी रफ्तार पकड़ रहा है। इसलिए, दक्षिण और मध्य भारत में अच्छी बारिश होने की संभावना है। विभाग का कहना है कि एक जून से सामान्य के मुताबिक नौ प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार ( Weather Forcast ), एक जून को मॉनसून ( monsoon in kerala ) ने केरल में दस्तक दी थी। आमतौर पर मॉनसून ( monsoon in india 2020 ) आठ जून तक भारत में पहुंचता था। लेकिन, इस बार समय से पहले ही मानसून का आगमन हो गया।