Lockdown के दो महीनेः जनता के साथ अन्य देशों ने भी माना मोदी है तो कोरोना से जंग में जीत मुमकिन
दो महीने के Lockdown में Modi Govt का बेहतर प्रदर्शन
83 फीसदी से ज्यादा लोगों ने माना पीेम मोदी ने सही समय पर लगाया Lockdown
अमरीकी एजेंसी ने कोरोना से जंग में मोदी सरकार को बताया अव्वल
इप्सॉस के सर्वे में 87 फीसदी लोगों ने PM Modi को दी हाई रेटिंग
नई दिल्ली। कोरोना संकट ( coronavirus ) काल के बाद देशभर में लगाए गए लॉकडाउन ( Lockdown ) के दो महीने पूरे हो रहे हैं। इन दो महीनों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) की नेतृत्व क्षमता और कोरोना से जंग में सरकार की योजनाओं पर सवाल उठना लाजिमी है। इस वैश्विक महामारी से निटपने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने कड़े से कड़े कदम उठाए हालांकि विपक्ष ने सरकार पर लॉकडाउन को ठीक से लागू ना करने और आर्थिक मोर्चे पर विफल जरूर बताया लेकिन देश की जनता और अन्य देशों ने कोरोना से लड़ाई में मोदी सरकार ( Modi Govt ) को पास कर दिया। ज्यादा लोगों और देशों ने माना कि मोदी है तो कोरोना से जंग में जीत मुमकिन है।
समय रहते लगाया लॉकडाउन देशभर में 25 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसकी अवधि को अब तक चार चरणों में बढ़ाया गया है। जानकारों की मानें तो पीएम मोदी ने भारत में समय रहते लॉकडाउन की घोषणा कर दी, जबकि आस-पास के अन्य देश इस मामले में काफी पीछे रह गए।
लॉकडाउन के उनके फैसले ने देश में कोरोना जैसी महामारी के फैलने से रोकने में महत्वपूर्ण हथियार का काम किया। पीएम मोदी ने ऐसे वक्त में लॉकडाउन लगाया जब अमरीका, स्वीडन, स्पेन, इटली जैसे देश लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं थे।
नतीजा ये रहा कि भारत में अन्य देशों के मुकाबले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी धीमी गति से इजाफा हुआ। दुनिया के मुकाबले बेहतर आंकड़े भारत में कोरोना वायरस के मामले दुनिया में सबसे कम हैं। प्रति लाख जनसंख्या का वैश्विक औसत जहां 62 है वहीं भारत में यह औसत 7.9 है। यही नहीं भारत में कोरोना की वजह से होने वाली मृत्यु दर भी वैश्विक औसत 4.2 के मुकाबले 0.2 प्रति लाख व्यक्ति है। कोविड- 19 की रिकवरी दर भी सुधर कर अब 41 फीसदी तक हो चुकी है।
वैश्विक नेताओं को किया एकजुट पीएम मोदी ने कोरोना से जंग के बीच ना सिर्फ भारत में बल्कि वैश्विक तौर पर भी बड़े कदम उठाए। उन्होंने वैश्विक नेताओं को महामारी से निपटने में एकजुट करने की भी कोशिश की। सार्क देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक हो या फिर जी-20 देशों की बैठक कराने के लिए की जाने वाली पहल।
इन सभी वजहों ने ही मोदी की लोकप्रियता में इजाफा हुआ। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने दवाइयों के निर्यात से प्रतिबंध हटाते हुए मदद की पहल की है जिसे दुनियाभर के देशों ने स्वीकारा भी है।
सर्वे में दुनिया के सभी प्रमुख लोकतांत्रिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों की लोकप्रियता को आंका है। इसमें ये पता लगाने की कोशिश की गई है कि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष ने कोविड-19 से लड़ने के लिए किस तरह के फैसले लिए और कदम उठाए हैं।
10 देशों के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के नामों भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले नंबर पर हैं। दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हैं और तीसरे नंबर पर कनाडा के प्रधानमंत्री है। इस लिस्ट में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सातवें स्थान पर हैं।
इसके अलावा मैक्सिको के राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्राडोर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन,जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे शामिल हैं।
इप्सॉस की रेटिंग में मोदी आगे बहुराष्ट्रीय बाजार शोध फर्म इप्सॉस की ओर से शहरों में सर्वे किया गया था। इसके मुताबिक कोरोना संकट से निपटने में मोदी सरकार के तरीके को 87 प्रतिशत लोगों ने हाई रेटिंग दी। 23 से 26 अप्रैल के बीच किए गए इस सर्वे में 13 देशों के लगभग 26,000 लोगों से बातचीत की गई।
कोरोना वायरस को देश में फैलने से रोकने के लिए मोदी सरकार ने कई फैसले लिए। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और लोगों की मदद के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा भी की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े दावा करते हैं कि कठिन परिस्थितियां होने के बावजूद भी मोदी सरकार देश में कोरोना के कहर को रोकने में काफी हद तक सफल रही।
गैलप इंटरनेशन ने मोदी को बताया अव्वल गैलप इंटरनेशनल एसोसिएशन की ओर से पिछले दो हफ्तों में दुनियाभर के 28 देशों में किए गए स्नैप पोल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अव्वल बने हुए हैं। सर्वे में लोगों ने साफ कहा कि मोदी कोरोना संकट से बेहतर तरीके से निपट रहे हैं। 83 फीसदी ने माना कि मोदी का काम अच्छा है। इस कोरोना वायरस महासंकट के वक्त लोकप्रियता के मामले में प्रधानमंत्री मोदी मौजूदा वर्ल्ड लीडर्स से काफी आगे हैं।
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