यह भी पढ़ें- क्या रूस और ईरान हैं भारत-अमरीका के बीच ‘टू प्लस टू’ वार्ता टलने की वजह! क्या है मामला ताजा मामला त्रिपुरा के सिदाई पुलिस स्टेशन का है। सिदाई पुलिस स्टेशन के मुताबरी में गुरुवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे उत्तर प्रदेश के रहने वाले तीन रेहड़ी वाले आए थे। ये तीनों कपड़े के कारोबारी थे। उन्होंने बिटरबन से अपना माल बेचने के लिए एक गाड़ी ली थी। जब वे मुताबरी इलाके में पहुंचे तो लोगों ने उन्हें बच्चा चोर समझा और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। रेहड़ी वालों ने इलाके में स्थित त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के शिविर में शरण ली लेकिन सैकड़ों लोगों की बेकाबू भीड़ शिविर में घुस गई और एक रेहड़ी वाले को पीट – पीट कर मार डाला, जबकि अन्य 2 को बड़ी मशक्क्त से बचाया जा सका। बता दें कि त्रिपुरा में बीते कुछ दिनों से अफवाह है कि कुछ लोग बच्चों के अंग निकालकर बेच रहे हैं और उसके लिए वह बच्चों को किडनैप कर रहे हैं।
त्रिपुरा में गर्म है अफवाहों का बाजार त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक ए. के. शुक्ला ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि मुताबरी इलाके में एसएमएस और इंटरनेट सेवा को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। पश्चिमी त्रिपुरा के मोहनपुर से बीते 26 जून को एक बच्चे के गायब होने और उसके बाद उसकी डेड बॉडी मिलने के बाद अफवाह उड़ी कि बच्चे की दोनों किडनियां गायब हैं। इस घटना के बाद से बच्चा चोर समझ कर अनजान लोगों पर हमले करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। हालांकि राज्य सरकार और त्रिपुरा पुलिस ने इन अफवाहों पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश की है लेकिन फिलहाल इन कोशिशों का असर दिखता नजर नहीं आ रहा है। उधर इस मामले के पीड़ितों के एक समुदाय से संबंधित होने के कारण सियासी माहौल भी गरमाया हुआ है।
यह भी पढ़ें- अमरनाथ यात्रा: खराब मौसम ने रोकी अमरनाथ यात्रा की चाल, दूसरे जत्थे को नहीं मिली अनुमति गौरतलब है कि त्रिपुरा में सोशल मीडिया पर बच्चों की किडनैपिंग का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वजह से कई शहरों में अफवाहों का दौर गर्म है। राज्य के डीजीपी ए के शुक्ल ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और कानून अपने हाथ में न लेने की अपील की है। उधर राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने भी लोगों से संयम बरतने की अपील की है।