ऐसे में स्टेशनों पर भारी भीड़ जुटने लगी है। बढ़ती भीड़ के चलते सेंट्रल रेलवे ( Central Railway ) ने लोगों के खास अपील की है। रेलवे ने कहा है कि हालात को पैनिक ना बनाएं। जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
यह भी पढ़ेँः देश में Corona का सबसे बड़ा विस्फोट, 24 घंटे में मौत से लेकर नए मामलों तक पीछे छूट गए अब तक के सभी आंकड़ें कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य सरकारों के प्रतिबंध लगाने के बाद रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ती जा रही है। कई राज्यों से प्रवासी मजदूर वापस अपने शहरों और गांवों की ओर लौट रहे हैं।
लोगों की बढ़ती भीड़ के बीच मध्य रेलवे ने लोगों से अपील की है कि वे हालात को और ज्यादा मुश्किल ना बनाएं। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएगी। मध्य रेलवे के मुख्य पीआरओ शिवाजी एम सूतर ने ट्विटर पर बताया कि जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
90 मिनट पहले ही स्टेशन पहुंचें
शिवाजी ने ट्वीट किया, “लोगों से अनुरोध है कि वे पैनिक न करें और स्टेशनों की ओर भीड़ न करें। रेलवे वेटिंग लिस्ट को लगातार निगाह रखे है जैसी आवश्कता होगी अतिरिक्त स्पेशल ट्रेने चलाई जाएंगी। यात्रियों से अपील है कि वे केवल गाड़ी प्रस्थान से 90 मिनट पहले ही स्टेशन पहुंचे।”
शिवाजी ने ट्वीट किया, “लोगों से अनुरोध है कि वे पैनिक न करें और स्टेशनों की ओर भीड़ न करें। रेलवे वेटिंग लिस्ट को लगातार निगाह रखे है जैसी आवश्कता होगी अतिरिक्त स्पेशल ट्रेने चलाई जाएंगी। यात्रियों से अपील है कि वे केवल गाड़ी प्रस्थान से 90 मिनट पहले ही स्टेशन पहुंचे।”
सिर्फ रिजर्वेशन वाले यात्रियों को ही इजजात
शिवाजी एम सूतर ने एक अन्य ट्वीट भी किया और बताया- अब तक, मध्य रेल की ओर से 230 समर स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की गई है। हम और ज्यादा एक्स्ट्रा ट्रेनें चला रहे हैं।
शिवाजी एम सूतर ने एक अन्य ट्वीट भी किया और बताया- अब तक, मध्य रेल की ओर से 230 समर स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की गई है। हम और ज्यादा एक्स्ट्रा ट्रेनें चला रहे हैं।
इन सभी स्पेशल ट्रेनों में कोविड 19 के नियमों व मानदंडों के पालब के लिए सिर्फ आरक्षित टिकट धारक यात्रियों को ही ट्रेन में बोर्डिंग की इजाजत है। होता रहेगा ट्रेनों का संचालन
दरअसल लॉकडाउन के डर लोग खास तौर पर प्रवासी मजदूर को ये डर सता रहा है कि ट्रेनों का संचालन बंद ना हो जाए। लिहाजा बड़ी संख्या लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। हालांकि भारतीयर रेलवे इस बात को पहले ही साफ कर चुका है कि उसकी रेल सेवाओं को रोकने या रेलगाड़ियों को कम करने की कोई योजना नहीं है।
दरअसल लॉकडाउन के डर लोग खास तौर पर प्रवासी मजदूर को ये डर सता रहा है कि ट्रेनों का संचालन बंद ना हो जाए। लिहाजा बड़ी संख्या लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। हालांकि भारतीयर रेलवे इस बात को पहले ही साफ कर चुका है कि उसकी रेल सेवाओं को रोकने या रेलगाड़ियों को कम करने की कोई योजना नहीं है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने यात्रियों को आश्वासन दिया था कि ट्रेनों की कोई कमी नहीं होगी और रेलवे मांग बढ़ते ही कम समय में अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था करेगा। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने यात्रियों से कोरोना वायरस जांच की निगेटिव रिपोर्ट मांगने की बात भी खारिज की थी।
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महाराष्ट्र में हालाता काफी चिंताजनक है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 15 दिन का राज्यव्यापी कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके बाद स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग अपने घरों को लौटने के लिए लंबी कतार लगातार स्टेशन और बाहर खड़े हैं।
महाराष्ट्र में हालाता काफी चिंताजनक है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 15 दिन का राज्यव्यापी कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके बाद स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। लोग अपने घरों को लौटने के लिए लंबी कतार लगातार स्टेशन और बाहर खड़े हैं।