भारत का भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी छिपने के लिए एंटीगुआ में पिछले कुछ महीनों से शरण लिए हुए था, लेकिन हाल ही में वह यह से भी गायब हुआ। इसका खुलासा तब हुआ जब परिवार वालों ने एंटीगुआ पुलिस को उसके गायब होने की शिकायत दर्ज कराई। खोजबीन शुरू हुई और जल्द ही वह डोमिनिका में पकड़ लिया गया।
मेहुल और उसके परिवारवालों की कहानी पर गौर करें तो वह एंटीगुआ से खुद गायब नहीं हुआ था बल्कि, उसका अपहरण हुआ था। मेहुल के परिजनों का दावा है कि इस अपरहण कांड को जिन लोगों ने अंजाम दिया उनके भारत से कनेक्शन है। यानी थोड़ा घुमाकर कहें तो मेहुल के अपहरण में भारत का कनेक्शन है और उसे संभवत: हनीट्रैप के जरिए एंटीगुआ से गायब किया गया।
मेहुल ने तो यह भी दावा किया है कि अपहरण करने वाले इस गुट ने उसके साथ इस दौरान मारपीट भी की। उसके साथ मारपीट करते हुए तरह-तरह की यातनाएं दी गईं और नाव में बिठाकर डोमिनिका ले जाया गया। यहीं उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यही नहीं, डोमिनिका की जिस जेल में उसे रखा गया है वहां भी साथी कैदियों ने उसकी मरम्मत की है।
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एक अंग्रेजी मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अपहरण करने वाले गुट में शामिल महिला एंटीगुआ में रहती है। बीते कुछ समय से वह मेहुल चोकसी के साथ सुबह-शाम मिलती थी। इसके बाद मेहुल ने उससे दोस्ती कर ली। दावा किया जा रहा है कि बीते 23 मई महिला ने मेहुल चोकसी को अपने घर बुलाया था। मेहुल जैसे ही वहां पहुंचा कुछ लोगों ने उसे अगवा कर लिया और मारपीट करने के बाद डोमिनिका ले गए। हालांकि, गत रविवारर को एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा था कि भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डोमिनिका गया था और यहीं से वह पकड़ा गया। प्रधानमंत्री गैस्टन ने डोमिनिका सरकार से अपील की है कि मेहुल को एंटीगुआ भेजने की जगह सीधे यहां से भारत भेज दिया जाए।
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