रिपोर्ट में दावा, 4 मई से वाइन शॉप, मॉल्स समेत कई उद्योग खुलेंगे छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति त्रिपाठी ने जयप्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में अंतिम सांस ली। वह 62 साल के थे। न्यायमूर्ति त्रिपाठी बीते दो अप्रैल से एम्स में भर्ती थे। वह लोकपाल के चार न्यायिक सदस्यों में से एक थे। कोरोना वायरस से संक्रमित उनकी बेटी अभी भी एम्स में भर्ती है।
सूत्रों के मुताबिक, हालत बिगड़ने के बाद न्यायमूर्ति त्रिपाठी पिछले तीन दिनों से वेंटिलेटर पर थे। उन्होंने रात आठ बजे अंतिम सांस ली। न्यायमूर्ति त्रिपाठी पिछले महीने कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, और एम्स में भर्ती किए जाने के बाद से ही वह आईसीयू में थे। बाद में उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां ज्यादातर सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को इलाज मुहैया कराया जाता है। लेकिन हाल ही में इसे कोरोना वायरस समर्पित अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था।
लॉकडाउन में लिखे आखिरी कुछ ट्वीट के जरिये सामने आई ऋषि कपूर की बड़ी हकीकत सूत्रों के अनुसार, यहां ले जाए गए वह पहले मरीज थे। न्यायमूर्ति त्रिपाठी ने बिहार में एक अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी काम किया था। बाद में उन्हें पटना उच्च न्यायालय में न्यायाधीश और फिर मुख्य न्यायाधीश बना दिया गया। उन्हें पिछले साल मार्च में लोकपाल का न्यायिक सदस्य नियुक्त किया गया था।