जम्मू-कश्मीर प्रशासन ( Jammu and Kashmir Administration) ने छात्रों को वहां से निकालने और उनके घरों तक पहुंचाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त किया है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के अनुसार सभी छात्रों को अब उनके गृह जनपदों ( Home districts ) को भेजा गया है, जहां वो अभी क्वारंटाइन ( Quarantine ) में रखे जाएंगे।
सरकार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। ट्वीट में कहा गया कि कोटा ( Kota ) से लौटने वाले सभी छात्रों को उनके संबंधित जिलों तक पहुंचने की सुविधा दी जा रही है।
वो प्रोटोकॉल के अनुसार अपने-अपने जिलों में क्वारंटाइन की प्रक्रिया से गुजरेंगे।
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सरकार ने कोटा से छात्रों को लाने के लिए 15 बसें लगाईं थी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, 369 छात्रों में से 213 कश्मीर के हैं और बाकी जम्मू और लद्दाख के हैं।
कठुआ और लखनपुर के रहने वाले छात्रों को COVID-19 की जांच के बाद अपने-अपने जिलों में भेज दिया गया।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार जम्मू और कश्मीर में 523 कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं, जिनमें से 137 ठीक हो गए है। जबकि इस जानलेवा बीमारी से 6 मौतें हुई हैं।
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प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि घाटी के कई सियासी दलों ने लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे जम्मू-कश्मीर के छात्रों को लेकर चिंता जताई थी।
उन्होंने प्रशासन से छात्रों को वापस लाने की अपील की थी। जिसके बाद यह उन्हें लाने की व्यवस्था की गई है।