प्रवासी मजदूरों-कामगारों के लिए कांग्रेस पार्टी का सबसे बड़ा ऐलान, सोनिया गांधी ने खुद दी जानकारी इस संबंध में जारी गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक विभिन्न प्रदेशों से उन लोगों को आने-जाने की छूट दी गई है, जो वहां फंसे हैं। इनमें प्रवासी कामगार, तीर्थयात्री, छात्र और पर्यटक शामिल हैं। हालांकि इस अनुमति के दायरे में वे लोग कतई नहीं आते हैं जो अपने घरों में सामान्य रूप से रह रहे हैं। इसके अलावा घरों से दफ्तर जाने-आने की अनुमति भी इस दायरे से अलग है।
मंत्राललय के मुताबिक ऐसे राज्यों में बसों या ट्रेेनों के जरिये फंसे हुए लोगों को लाने-ले जाने की इजाजत दी गई है। इस दौरान बस-ट्रेन के जरिये केवल वही व्यक्ति यात्रा के योग्य है जो लॉकडाउन की अवधि से पहले अपने स्थान से चल चुके थे, लेकिन प्रतिबंध लागू होने के बाद वापस अपने घरों को नहीं लौट सके। अब प्रदेशों के दिशा-निर्देशों पर ऐसे व्यक्ति अपने गंतव्य तक का सफर कर चुके हैं।
मंत्रालय ने स्थिति समझाते हुए कहा कि कुछ ऐसे समाचार भी देखने को मिले, जिनमें बताया गया कि दूर-दराज के इलाकों में फंसे लोग अपने घर नहीं लौट सकते। इसकी वजह यह थी कि लॉकडाउन के कारण लागू प्रतिबंधों के साथ ही परिवहन के साधन उपलब्ध नहीं थे और वो लोग जा नहीं सकते थे। हालांकि अब सरकार के इस फैसले से इन लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
कोरोना वायरस से हुई देश में पहली हाईप्रोफाइल मौत, सकते में आ गए दिग्गज #Lockdown गृह मंत्रालय के इस आदेश से उन लोगों को भी राहत मिलेगी जिन्हें दूसरे प्रदेशों में घुसते ही पुलिस ने पकड़ कर आइसोलेशन सेंटर में डाल दिया था। तमाम राज्यों में ऐसे लोगों की अच्छी संख्या है।