Coronavirus: शराब के लिए महाराष्ट्र ने उठाया बड़ा कदम, सील कर दी सीमाएं दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग की शिकायत के मुताबिक, इन संदिग्ध वेबसाइट्स का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया के जरिये किया जा रहा था। इन विज्ञापनों में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक सरकारी शराब की होम डिलीवरी का वायदा किया जा रहा था। अपने स्तर पर जब आबकारी विभाग ने छानबीन की, तो पता चला कि इन तमाम वेबसाइट्स का दिल्ली सरकार के आबकारी महकमे से दूर दूर तक कोई वास्ता ही नहीं है।
शिकायत के मुताबिक इन फर्जी वेबसाइटों का मामला तब संज्ञान में आया जब सरकार ने, पहले ही दिन दुकानों पर टूट पड़ी भारी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ई-टोकन बिक्री सिस्टम से शराब बेचने की घोषणा की थी। उसके बाद ही इन वेबसाइटों की भीड़ अचानक सोशल मीडिया पर दिखाई देने लगी। इससे दिल्ली के शराब खरीदारों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गयी।
ग्राहक इन फर्जी वेबसाइट पर दिओ गये मोबाइल नंबरों पर ही शराब की होम डिलीवरी के आर्डर बुक कराने को टूटने लगे। इन फर्जी वेबसाइट्स ने पैसों का लेनदेन ऑनलाइन करने को ही कहा था। यह वेबसाइटें एडवांस में ऑनलाइन पेमेंट मंगाकर ही, शराब की होम डिलीवरी करने का वायदा करती थी।
कोरोना से जंग: मई होगा महत्वपूर्ण, करो या मरो के हालात और जरा सी चूक खतरनाक अपनी जांच में दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने पाया कि, जो असामाजिक और संदिग्ध तत्व यह वेबसाइट्स चला रहे थे, उनके पास सरकारी शराब बेचने या होम डिलीवरी करने की कोई परमीशन नहीं थी। न ही इन धोखेबाजों के पास शराब का कोई सरकारी कोटा था। जो लोग इन वेबसाइट्स के जरिये ठगे गए, उनमें से कई ने दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग में भी शिकायतें दर्ज कराई।
दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने दिल्ली पुलिस से शिकायत करने जैसा कदम तब उठाया है जब, उसकी अपनी जांच में इन वेबसाइट्स को उसके यहां से शराब की होम डिलिवरी करने की कोई वैधानिक अनुमति न दिये जाने की बात खुलकर सामने आ गयी।