दरअसल कोरोना वायरस के खतरे के बीच देश के नाम संबोधन में पहले पीएम मोदी ( pm modi ) ने जान है तो जहान है का संदेश दिया। इसके बाद जब दूसरी बार लॉकडाउन लगाया तो पीएम मोदी ने जान भी और जहान भी का मंत्र दिया।
यानी दूसरी बार में ही उनका इरादा साफ था कि जान भी बचानी है और जहान भी यानी जिंदगी को रफ्तार भी देनी है। यही वजह है कि सरकार ने देश को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जैसे अलग-अलग जोन में बांट दिया है।
जब तक नहीं मिल जाएगी कोरोना की वैक्सीन, तब तक जारी रहेगा लॉकडाउन, जानें सरकार ने ऐसा क्यों कहा ग्रीन जोन से होगी शुरुआत
केंद्र सरकार कोरोना से जंग के बीच अब अपनी रणनीति में तेजी से बदलाव कर रही है। इसके तहत अगले हफ्ते यानी 3 मई के बाद देश के जिलों को अलग-अलग जोन में बांट दिया जाएगा। देश में अब तक जिले ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बदले हैं, लेकिन इनमें भी कुछ बदलाव संभव है।
केंद्र सरकार कोरोना से जंग के बीच अब अपनी रणनीति में तेजी से बदलाव कर रही है। इसके तहत अगले हफ्ते यानी 3 मई के बाद देश के जिलों को अलग-अलग जोन में बांट दिया जाएगा। देश में अब तक जिले ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में बदले हैं, लेकिन इनमें भी कुछ बदलाव संभव है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जिलों के जोन में अब संख्या, डबलिंग और टेस्टिंग को आधार बनाकर बदलाव मुमकिन हैं। इसे और आसानी से इस तरह समझें… ग्रीन जोन के लिए ये शर्त करनी होगी पूरी
अगर किसी जिले में 21 दिनों से कोई कोरोना वायरस का नया केस नहीं आता है, तो वह ग्रीन जोन में आएगा। पहले इसका समय 28 दिन था।
अगर किसी जिले में 21 दिनों से कोई कोरोना वायरस का नया केस नहीं आता है, तो वह ग्रीन जोन में आएगा। पहले इसका समय 28 दिन था।
4 मई से जोन में बंटेंगे जिले
चार मई से देश के 319 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। यानी यहां स्थिति नियंत्रण में है। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन में रखे गए हैं। यानी यहां हालात फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन बदल सकते हैं। वहीं 130 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी यहां हालात अब भी चिंताजनक हैं।
चार मई से देश के 319 जिलों को ग्रीन जोन में रखा गया है। यानी यहां स्थिति नियंत्रण में है। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन में रखे गए हैं। यानी यहां हालात फिलहाल नियंत्रण में है लेकिन बदल सकते हैं। वहीं 130 जिलों को रेड जोन में रखा गया है। यानी यहां हालात अब भी चिंताजनक हैं।
रेड जोन में महानगर
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के महानगरों को रेड जोन में रखा है। इसके मुताबिक दिल्ली, मुंबई , कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं। इसके अलावा बड़े शहरों में अहमदाबाद, बेंगलूरु, हैदराबाद भी रेड जोन में हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के महानगरों को रेड जोन में रखा है। इसके मुताबिक दिल्ली, मुंबई , कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं। इसके अलावा बड़े शहरों में अहमदाबाद, बेंगलूरु, हैदराबाद भी रेड जोन में हैं।
रेड जोन में शामिल जिले |
राज्य | जिले |
महाराष्ट्र | 14 |
दिल्ली | 11 |
तमिलनाडु | 12 |
उत्तर प्रदेश | 19 |
बंगाल | 10 |
गुजरात | 9 |
मध्य प्रदेश | 9 |
राजस्थान | 8 |
4 मई से जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए कई दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है। इनमें मोबाइल फोन्स, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिक, हार्डवेयर, रिपेयरिंग शॉप्स, कपड़ों की दुकानें, रेस्तरां, हेयर कटिंग सैलून जैसी सेवाओं को भी खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
सोशल डिस्टेंसिंग अभी भी लागू
भले ही लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का बाद में सख्ती से लागू रखा जाएगा।
आपको बता दें कि पंजाब सरकार ने तो लॉकडाउन को दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है लेकिन वहां भी ग्रामीण इलाकों में सामान बेचने वाली सभी दुकानों को 50 प्रतिशत स्टाफ और कुछ अन्य शर्तों के साथ खोलने की मंजूरी दे दी है।
भले ही लॉकडाउन में ढील दी जा सकती है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का बाद में सख्ती से लागू रखा जाएगा।
आपको बता दें कि पंजाब सरकार ने तो लॉकडाउन को दो हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है लेकिन वहां भी ग्रामीण इलाकों में सामान बेचने वाली सभी दुकानों को 50 प्रतिशत स्टाफ और कुछ अन्य शर्तों के साथ खोलने की मंजूरी दे दी है।
ग्रीन जोन में इन क्षेत्रों में बढ़ सकती है छूट
– फैक्ट्री, निर्माण, उद्योग आदि
– बस,ऑटो, टैक्सी, कैब
– फैक्ट्री, निर्माण, उद्योग आदि
– बस,ऑटो, टैक्सी, कैब