इस विमान हादसे ( Air india Express Crashed ) में मारे गए दोनों पायलट की पहचान 59 वर्षीय कैप्टन दीपक वसंत साठे और 33 वर्षीय फर्स्ट ऑफिसर अखिलेश कुमार के रूप में हुई है। एयर इंडिया के इस विमान के लिए उड़ान भरने वाले इन दोनों पायलट की मौतों की पुष्टि कोझिकोड के जिला कलेक्टर श्रीराम सम्बासिवाराव ने की है। पायलट और को-पायलट के शव कोझिकोड स्थित MIMS अस्पताल में रखे गए हैं।
जानकारी के मुताबिक पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे भारतीय वायुसेना ( Indian Air Force ) के एक पूर्व अधिकारी थे, जिन्हें 1981 में सेवा में नियुक्त किया गया था। साठे ने 22 वर्षों तक भारतीय वायुसेना में काम किया था। वह वर्ष 2003 में स्क्वैड्रन लीडर ( Squadron Leader ) के रूप में सेवानिवृत्त हुए और ऑनलाइन उपलब्ध आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वह वाणिज्यिक विमानों में पायलट के रूप में काम करने
वह कई पुरस्कार पाने वाले अधिकारी थे जिन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में 58वीं रैंक पाई थी। जबकि 127 पायलट कोर्स में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर का स्थान हासिल किया। वह भारतीय वायु सेना में एक टेस्ट पायलट थे और बोईंग 737 कमर्शियल फ्लाइट के संचालन में कुशल थे।
कैप्टन दीपक साठे वायुसेना के पूर्व मिग 21 पायलट थे, जो अंबाला स्थित 17 स्क्वैड्रन (गोल्डन एरोज) में तैनात रह चुके थे। इसी 17 स्क्वैड्रन ने वर्ष 1999 करगिल युद्ध में हिस्सा लिया था और अब इसी स्क्वैड्रन को रफाल फाइटर जेट ( Rafale squadron ) उड़ाने के लिए फिर से शुरू किया गया है। इसके अलावा कैप्टन साठे वायु सेना प्रशिक्षण अकादमी में प्रशिक्षक भी रह चुके थे।
वहीं, फर्स्ट ऑफिसर अखिलेश कुमार के बारे में जानकारी सामने आई है कि वह कोरोना वायरस महामारी के चलते विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाए गए वंदे भारत मिशन में काम कर रहे थे। एयर इंडिया एक्सप्रेस के फेसबुक पेज के मुताबिक बीते सात मई को वह कोझिकोड से दुबई के लिए IX 343 फ्लाइट लेकर निकले थे।
वहीं, विमान के चालक दल के छह सदस्यों में दोनों पायलट के अलावा दश्रा शिल्पा कटारे, अक्षय पाल सिंह, ललित कुमार और अभिक बिस्वास भी शामिल थे।