विस्टाडोम कोच के डब्बों वाली यह ट्रेन (Train) मुंबई-पुणे रुट पर 26 जून से आरंभ की गई है और जल्द ही बैंगलोर-मंगलौर रुट पर भी चलाई जाएगी। इस ट्रेन को खासतौर पर पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, निश्चित रूप से ही यह ट्रेन पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी। बता दें कि विस्टाडोम कोच में पारदर्शी छत के अलावा बड़ी कांच की खिड़कियां, 180 डिग्री घूमने वाली कुर्सियां और ऑब्जर्वेशन लाउंज की सुविधा भी है।
बीते महीने पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट में विस्टाडोम कोच का वीडियो साझा करते हुए लिखा था कि, ‘ विस्टाडोम कोच का असर, सुविधाजनक और रोमांचक सफरः मानसून के मौसम में मुंबई पुणे-रेलमार्ग पर, विस्टाडोम कोच की पारदर्शी छत, व बड़ी खिड़कियों से यात्री प्रकृति का भरपूर आनंद ले रहे हैं। सफर में विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ ही रास्तों का प्राकृतिक सौंदर्य, यात्रियों का मन मोह रहा है।’
इस ट्रेन में सुरक्षा के लिहाज से भी कड़े इंतजाम किए गए हैं, ट्रेन में हाई टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनसे पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकती है। इसी के साथ कोच में एलईडी डिस्प्ले, हर सीट पर मोबाईल चार्जिंग पॉइंट, ओवन और रेफ्रिजरेटर के अलावा बायो टॉयलेट और स्वचालित स्लाइडिंग डोर भी हैं। यह ट्रेन लग्जरी के लिहाज से बनाई गई है, जो पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दे सकती है।
एक्सप्रेस ट्रेन में लगाए जाने वाले ये विस्टाडोम कोच चेन्नई में तैयार किए गए हैं। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बने ये कोच लिंके हॉफमैन बुश टेक्नोलॉजी के हिसाब से बनाए गए हैं और विस्टाडोम यूरोपीय स्टाइल में बनाई गई है। गौरतलब है कि फिलहाल मुंबई-मडगांव शताब्दी स्पेशल ट्रेन में विस्टाडॉम कोच की सेवा जारी है। वहीं, अहमदाबाद से केवड़िया के बीच चलने वाली जन शताब्दी एक्सप्रेस में भी विस्टाडोम कोच है। इसे जल्द ही लखनऊ लाने की भी तैयार की जा रही है।