सुरेंद्र शर्मा भारत के लोकप्रिय हास्य कवि हैं। उनका जन्म 29 जुलाई 1945 को हरियाणा के नांगल गांव में हुआ। वह वाणिज्य से स्नातक हैं। उन्हें पद्मश्री भी मिल चुका है। उनकी कविताओं का लहजा हरियाणवी और राजस्थानी मिश्रित होता हैं। खास बात यह है कि वह इतनी गंभीरता से कविता सुनाते हैं कि लोगों को उनको देख कर ही हंसी छूट जाती है। उनकी अधिकतर कविताएं घराणी (पत्नी) पर केंद्रित होती है और जैसे ही वह कहते हैं- चार लाइना सुना रिया हूं- लोगों के चेहरे पर मुस्कान खेलने लगती है। उनके अब तक कई व्यंग्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। इनकी लोकप्रियता इतनी है कि साहित्य में हल्की रुचि रखने वाला व्यक्ति भी इन्हें पहचानता है।