इसके बाद ये रोजाना पर्यटकों एवं अन्य लोगों के लिए उपलब्ध होगा। इसकी ऑनलाइन बुकिंग भी 30 अक्टूबर से शुरू कर दी गई है। आपको बता दें कि पीएम मोदी ने पहली बार साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सी प्लेन का सफर किया था।
तब पीएम मोदी साबरमती रिवरफ़्रंट से उड़ान भरकर 49 किलो मीटर दूर धरोई डैम पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अम्बा देवी के दर्शन किए थे। आईए जानते हैं इस सीप्लेन से जुड़ी 5 खास बातें।
इस देश में शक्तिशाली भूकंप ने मचाई तबाही, 17 लोगों की मौत 700 से ज्यादा घायल 1. ऐसे चलेगा सीप्लेन
सीप्लेन अहमदाबाद से रोजाना सुबह 10:15 बजे सी-प्लेन उड़ेगा और 10:45 पर केवड़िया पहुंचेगा। इसी तरह केवड़िया से प्रतिदिन सीप्लेन 11:45 पर उड़ेगा और 12:15 पर अहमदाबाद पहुंचेगा। एक बार में इस सीप्लेन में 15 लोग सफर कर सकेंगे।
सीप्लेन अहमदाबाद से रोजाना सुबह 10:15 बजे सी-प्लेन उड़ेगा और 10:45 पर केवड़िया पहुंचेगा। इसी तरह केवड़िया से प्रतिदिन सीप्लेन 11:45 पर उड़ेगा और 12:15 पर अहमदाबाद पहुंचेगा। एक बार में इस सीप्लेन में 15 लोग सफर कर सकेंगे।
2. ये होगा सीप्लेन का किराया
सीप्लेन का कुल किराया 3000 रुपए होगा। इसमें अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद आना-जाना शामिल होगा। वहीं एक तरफ जाने के लिए 1500 रुपए खर्च करना होंगे।
सीप्लेन का कुल किराया 3000 रुपए होगा। इसमें अहमदाबाद से केवड़िया और केवड़िया से अहमदाबाद आना-जाना शामिल होगा। वहीं एक तरफ जाने के लिए 1500 रुपए खर्च करना होंगे।
3. पहले सिर्फ दौ दैनिक उड़ान
सी-प्लेन की उड़ानें स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा संचालित की जाएंगी. शुरुआती तौर पर स्पाइसजेट 31 अक्टूबर से अहमदाबाद-केवड़िया मार्ग पर दो दैनिक उड़ानें संचालित करेगा
सी-प्लेन की उड़ानें स्पाइसजेट की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्पाइस शटल द्वारा संचालित की जाएंगी. शुरुआती तौर पर स्पाइसजेट 31 अक्टूबर से अहमदाबाद-केवड़िया मार्ग पर दो दैनिक उड़ानें संचालित करेगा
4. ये होता है इन सीप्लेन का फायदा
सीप्लेन में पानी से उतरने और टेक-ऑफ करने की क्षमता होती है। यही वजह है कि इन प्लेन की ऐसे क्षेत्रों तक पहुंच होती है जहां लैंडिंग स्ट्रिप या रनवे नहीं होते।
सीप्लेन में पानी से उतरने और टेक-ऑफ करने की क्षमता होती है। यही वजह है कि इन प्लेन की ऐसे क्षेत्रों तक पहुंच होती है जहां लैंडिंग स्ट्रिप या रनवे नहीं होते।
पश्चिम बंगाल में ममता सरकार और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच लगातार बढ़ रहा विवाद, ये 5 मुद्दे जब दोनों आए आमने-सामने 5. इसलिए खास हैं ये सीप्लेन
दरअसल दुनिया में सबसे ज्यादा ओटर 300 सबसे सुरक्षित सीप्लेन माने जाते हैं। ये दुनिया में सबसे लोकप्रिय और ज्यादा इस्तेमाल भी किए जाते हैं।
दरअसल दुनिया में सबसे ज्यादा ओटर 300 सबसे सुरक्षित सीप्लेन माने जाते हैं। ये दुनिया में सबसे लोकप्रिय और ज्यादा इस्तेमाल भी किए जाते हैं।