5 राज्यों में चुनाव की घोषणा होते ही BJP को लगा करारा झटका, इस दल ने छोड़ा NDA का साथ हिसार के नारनौद में पंचायत के प्रतिनिधि ने जानकारी देते हुए बताया कि हमने दूध को 100 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से देने का निर्णय लिया है। हम डेयरी किसानों से अपील करते हैं कि सरकारी कोऑपरेटिव सोसाइटी को इसी दाम पर दूध बेचें।’ यह फैसला सतरोल खाप की पंचायत में किया गया।
हरियाणा की बड़ी खापों में शामिल सतरोल खाप ने किसानों के समर्थन में इस तरह का फैसला लिया है। इसके अनुसार गरीब आदमी को आपस में दूध देने पर कोई भी पाबंदी नहीं है। पंचायत का कहना है कि किसानों को प्रदर्शन करते हुए बीते कई महीने हो चुके हैं। सरकार के कठोर रवैए को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
इससे पहले सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान नेता ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ाकर केंद्र सरकार किसानों को घेरने की कोशिश में जुटी हुई है। इसका तोड़ दूध के दाम दोगुने कर निकाला गया है।
यह भी कहा जा रहा है कि अगर सरकार नहीं मानी तो सब्जियों के दाम भी बढ़ाए जा सकते हैं। ट्विटर पर #1मार्च_से_दूध_100_लीटर हैशटैग कर लोग पूछ रहे हैं कि जब लोग 100 रुपये लीटर पेट्रोल खरीद सकते हैं तो दूध क्यों नहीं?