दरअसल लॉकडाउन के बीच अलग-अलग राज्यों से प्रवासियों की घर वापसी हो रही है। इन्हीं प्रवासियों में से कुछ केरल भी लौट रहे हैं। ऐसे में केरल की पी विजयन सरकार ( CM P Vijayan ) ने रेड जोन ( Red zone ) से आने वाले लोगों को लेकर नया निर्देश जारी किया है।
पुलिसकर्मियों को लेकर सरकार ने उठाया अब तक का सबसे बड़ा कदम, कोरोना से जंग में दे रहे आराम केरल सरकार के नए निर्देश के मुताबिक केरल निवासी ऐसे हैं, जो कि अन्य राज्यों के रेड जोन में फंसे हुए हैं और वापस अपने होम स्टेट आना चाहते हैं। इन माइग्रेंट्स की एंट्री को केरल सरकार ने रेगुलेट करने का फैसला किया है।
इस फैसले के साथ ही सरकार ने कहा है कि जो भी माइग्रेंट अब रेड जोन से केरल में एंट्री करेगा उसके लिए 14 दिन का क्वारंटीन पूरा करना अनिवार्य होगा। 14 दिन के क्वारंटीन के बाद ही उन्हें राज्य में अपने स्थान तक जाने की इजाजत दी जाएगी।
राज्य सरकार के पोर्टल, नोर्का रूट्स के जरिए 86,679 लोगों ने एंट्री पास के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। इनमें से 43.17 फीसदी लोग रेड जोन से हैं। 45814 लोगों को एंट्री पास मिल चुका है। इनमें से 19476 रेड जोन से आने वाले लोग हैं। पिछले 6 दिन में करीब 8,600 लोग कोविड-19 हॉटस्पॉट से केरल पहुंच चुके हैं।
केरल सीएम पिनराई विजयन ने कहा कि देशभर के रेड जोन इलाके से केरल पहुंचे 3,216 लोगों को अब तक क्वारंटीन सेंटर्स भेज दिया गया है। 5 स्टार होटलों को अब कोरोना हॉस्पिटल में बदल रही सरकार, 170 कमरे हुए बुक
रजिस्ट्रेशन बिना नहीं होगा प्रदेश में प्रवेश
सीएम ने कहा, केरल एंट्री पास को सस्पेंड नहीं किया गया, बल्कि इसे रेगुलेट किया गया है। रेड जोन से आने वाले लोगों को सीधा क्वारंटीन सेंटर ले जाया जाएगा।
सीएम ने कहा, केरल एंट्री पास को सस्पेंड नहीं किया गया, बल्कि इसे रेगुलेट किया गया है। रेड जोन से आने वाले लोगों को सीधा क्वारंटीन सेंटर ले जाया जाएगा।
फिलहाल जो लोग केरल में एंट्री करना चाहते हैं वे अपनी गाड़ी या टैक्सी से राज्य सीमा तक आ सकते हैं। अगर वे प्राइवेट गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो उन्हें राज्य सीमा पर पहुंचने के बाद दूसरी गाड़ी बुक करनी पड़ेगी।