यही नहीं सीजेआई रमन्ना ने छात्रा को भारतीय संविधान ( Indian Constitution ) की अपने हस्ताक्षर वाली प्रति भी भेजी है। यह भी पढ़ेँः महात्मा गांधी की पड़पोती को दक्षिण अफ्रीका में सुनाई 7 वर्ष की सजा, जानिए क्या है पूरा मामला
केरल के त्रिशूर की रहने वाली लिडविना जोसेफ ( Lidwina Joseph of Thrissur ) ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मुख्य न्यायाधीश को एक खत लिखा। यही नहीं लिडविना ने सीजेआई को इस खत के साथ एक चित्र भी भेजा। सीजेआई को ना सिर्फ छात्रा का दिल छू लेने वाला खत पसंद आया बल्कि चित्र भी उन्हें खूब भाया।
केरल की पांचवीं कक्षा की छात्रा ने देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एन वी रमण को पत्र लिखकर कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रभावी रूप से हस्तक्षेप करने और लोगों की जान बचाने के लिए उच्चतम न्यायालय की सराहना की है।
दस वर्षीय लिडविना जोसेफ भाग्यशाली रही क्योंकि भारत के प्रधान न्यायाधीश ने उसके पत्र का जवाब दिया और उसके ‘सुंदर पत्र’ के लिए शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही उसे भारतीय संविधान की एक हस्ताक्षरित प्रति भेंट की।
लिडविना ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए ऑक्सीजन सप्लाई, कोरोना वैक्सीन और अन्य तरह के आदेशों की सराहना की। त्रिशूर के केंद्रीय विद्यालय की छात्रा लिडविना जोसेफ ने अपने मेल के साथ जो चित्र भेजा उसमें सीजेआई अपने फैसलों से कोरोना मात देते नजर आ रहे हैं।
जोसेफ ने खत में कहा है, ‘मैं दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में कोरोना के कारण हुई मौतों को लेकर बहुत चिंतित थी। अखबार से मुझे पता चला कि माननीय न्यायालय ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आम लोगों की पीड़ा और मौत पर प्रभावी ढंग से हस्तक्षेप किया है।’
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सीजेआई ने लिडविना के खत को दिलचस्प जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे आपका सुंदर पत्र मिला है, साथ ही काम कर रहे न्यायाधीश का चित्रण करने वाला दिल को छू लेने वाला चित्र भी मिला है। जिस तरह से आपने देश में होने वाली घटनाओं पर नजर रखी और महामारी के मद्देनजर लोगों की भलाई के लिए आपने जो चिंता दिखाई है, उससे मैं वास्तव में प्रभावित हूं।’
सीजेआई ने लिडविना के खत को दिलचस्प जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘मुझे आपका सुंदर पत्र मिला है, साथ ही काम कर रहे न्यायाधीश का चित्रण करने वाला दिल को छू लेने वाला चित्र भी मिला है। जिस तरह से आपने देश में होने वाली घटनाओं पर नजर रखी और महामारी के मद्देनजर लोगों की भलाई के लिए आपने जो चिंता दिखाई है, उससे मैं वास्तव में प्रभावित हूं।’
उन्होंने इस बच्ची की सफलता की कामना करते हुए कहा, ‘मुझे यकीन है कि आप एक सतर्क, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित होंगी, जो राष्ट्र निर्माण में बहुत योगदान देगी।’