प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक ये दुर्घटना Idukki district मुन्नार की है। इस इलाके से भारी बारिश के चलते लोगों को बाहर से संपर्क टूट गया है। अब तक मिली जानकारी के सघन राहत कार्य ( Relief work ) के बल पर 12 लोगों को बचाया जा चुका है। कहा जा रहा है कि करीब 55 अन्य भूस्खलन वाले क्षेत्र में फंसे हैं।
IAF ने मांगी मदद मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहत और बचाव के लिए NDRF की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ( CM P Vijyan ) ने कहा कि उन्होंने बचाव कार्यों के लिए राजमाला में हेलीकाप्टर सेवाएं प्रदान करने के लिए भारतीय वायु सेना से संपर्क किया है। तत्काल राहत कार्य में जुटे लोगों की मदद करने को कहा है।
20 मजदूरों के घर भूस्खलन के धंसे इडुक्की जिला प्रशासन के अधिकारियों ( Idukki district administration officials ) ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बिजली की लाइन प्रभावित होने से इलाके में संचार सेवाएं बाधित हैं। भूस्खलन के कारण करीब 20 मजूदरों के घर वहां धंस गए हैं। पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर मौजूद हैं।
Covid-19 : राहुल गांधी ने फिर किया PM पर वार, कहा – 20 लाख पार, गायब मोदी सरकार जिला प्रशासन ने अस्पतालों से भी हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। वहीं भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ( IMD ) ने इलाके में ‘रेड अलर्ट’ ( Red Alert ) भी घोषित कर दिया है।
इस हादसे के बारे में केरल के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने कहा है कि 3 लेबर कैंप में करीब 82 लोग रहते थे। फिलहाल इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है कि भूस्खलन के समय मजदूर वहां थे या फिर नहीं। चंद्रशेखरन के मुताबिक खराब मौसम के चलते घटनास्थल पर पहुंचने में काफी दिक्कते आ रही हैं।
लगातार हो रही है बारिश दूसरी तरफ उत्तरी केरल में भारी बारिश के मद्देनजर वायनाड और इडुकी जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। वहीं चेलियार नदी उफनाने से नीलांबुर शहर में बाढ़ आ गई है।
भोजपुरी अभिनेत्री अनुपमा पाठक ने की आत्महत्या, कैंसर और आर्थिक तंगी से थी परेशानी, जांच जारी आईएमडी ने जारी किया ‘Red Alert’ भारत मौसम विभाग ( IMD ) ने अपने बुलेटिन में कहा कि सात अगस्त को बारिश के मद्देनजर मलप्पुरम जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। जबकि एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड सहित नौ जिलों में 9 अगस्त तक के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इस बीच मलप्पुरम जिला प्रशासन ने जिले में 9 शिविर खोले हैं जबकि अकेले नीलांबुर में सात शिविर खोले गए हैं।