दरअसल यह पूरी कवायद उस वक्त शुरू हुई जब तलाशी के दौरान यात्रा मार्ग पर स्नाइपर गन बरामद की गई। इस गन के मिलते ही सरकार हरकत में आई और जम्मू-कश्मीर में चल रही अमरनाथ यात्रा को रद्द करते हुए यात्रियों को लौटने के निर्देश दिए गए। आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी।
हालांकि खराब मौसम के चलते इसे बीच में भी रोका गया था। जम्मू-कश्मीर: विधानसभा चुनाव की आहट से सियासी दलों के नेता परेशान, तैनात होंगे 25 हजार और जवान गृह विभाग का निर्देश
जम्मू-कश्मीर सरकार के गृह विभाग की ओर से सुरक्षा एडवाइजरी जारी की गई है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमलों के इनपुट मिलने की वजह से घाटी की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है।
ऐसे में अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए घाटी में तत्काल प्रभाव से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगाई जा रही है। अमरनाथ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा को तुरंत खत्म करें और जितनी जल्दी हो सके घाटी को छोड़ दें।
अमरनाथ यात्रा के दौरान किसी बड़े आतंकी हमले की आशंका के चलते जहां यात्रियों और पर्यटकों को वापस जाने के निर्देश दिए गए हैं, वहीं उनकी सुरक्षा में लगाए गए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की कई टीमों को भी वापस बुला लिया गया है।
पहले मिली थी गन यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले बई आतंकियों ने घाटी का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी। आतंकियों के पास से एम-24 स्नाइपर राइफल बरामद की गई थी।
जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती पर राज्य पुलिस के डीजी दिलबाग सिंह ने कहा कि हमें इनपुट मिल रहे हैं कि घाटी में आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं, इसलिए हमने ग्राउंड पर ग्रिड को मजबूत करने की कोशिश की है।
UAPA संशोधन बिल राज्यसभा में पास, अब कोई भी घोषित हो सकता है आतंकी कश्मीर में केंद्र सरकार ने 100 कंपनियों के बाद 25 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजने का फैसला किया है, जो कि साफ संदेश है कि घाटी में कुछ बड़ा होने वाला है।