चंद्रयान-2: इसरो-नासा को पीछे करने वाले भारतीय इंजीनियर का बड़ा खुलासा… इस वजह से विक्रम लैंडर को खोजा.. इसरो के एक अधिकारी ने कहा, “अगला अंतरिक्ष मिशन एक रडार इमेजिंग उपग्रह रिसेट-2 बीआर1 है। रॉकेट का प्रक्षेपण 11 दिसंबर को होगा।”
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) में 615 किलोग्राम वजनी रिसेट-2 बीआर1 में चार विदेशी उपग्रह होंगे, जिन्हें शुल्क के साथ लेकर जाया जाएगा। बिग ब्रेकिंगः उद्धव सरकार ने कर ली पीएम मोदी को सबसे बड़ा झटका देने की तैयारी… ये कदम उठाकर करेंगे
अधिकारी के अनुसार, सिंथेटिक अपर्चर रडार के साथ एक और रडार इमेजिंग उपग्रह 2बीआर2 जल्द ही 11 दिसंबर के मिशन के बाद लॉन्च होगा। इस तरह के तेज-तर्रार उपग्रहों का एक समूह निरंतर पृथ्वी पर निगरानी के लिए आवश्यक है।
इस साल मई में इसरो ने 615 किलोग्राम वजनी रिसेट-2बी को लॉन्च किया था। अगले रडार इमेजिंग उपग्रह रिसेट-2बीआर2 के भी जल्द ही लॉन्च होने की उम्मीद है, जिसमें दो छोटे विदेशी उपग्रह भी शामिल होंगे।