यूजर्स बड़ी बेबाकी से अपनी राय रख रहे हैं। लोग इस मामले को वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह से भी जोड़ रहे हैं। कुछ लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि वक्त बदल गया है, जिस खेल में कभी कांग्रेस ने बीजेपी के दिग्गज नेता को शिकस्त दी थी उसमें अब कांग्रेस के फायरब्रांड नेता को मुंह की खानी पड़ रही है। इतना ही नहीं 9 साल पहले अमित शाह ने अपनी गिरफ्तारी के वक्त जो शेर कहा था उसे भी याद किया जा रहा है।
पढ़ें- INX Media Case: चिदंबरम की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई पहले जानिए अमित शाह ने कौन सा शेर पढ़ा था… गृह मंत्री अमित शाह ने गिरफ्तारी के वक्त कहा था…
‘मेरा पानी उतरता देख
किनारे पर घर मत बना लेना,
मैं समंदर हूं
लौटकर जरूर आऊंगा’ सोशल मीडिया पर इस शेर को शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि क्या शाह ने इसी दिन के लिए यह शेर पढ़ा था। ये शह और मात का खेल है, जिसमें हर बाजी भाजपा के हाथ में हैं।
किनारे पर घर मत बना लेना,
मैं समंदर हूं
लौटकर जरूर आऊंगा’ सोशल मीडिया पर इस शेर को शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि क्या शाह ने इसी दिन के लिए यह शेर पढ़ा था। ये शह और मात का खेल है, जिसमें हर बाजी भाजपा के हाथ में हैं।
पढ़ें- पी चिदंबरम VS अमित शाह: सियासत का बदलापुर? अब थोड़ा फ्लैशबैक में गौर कीजिए… नौ साल पहले देश में यूपीए-2 का शासन था और पी चिदंबरम देश के गृह मंत्री थे। उस वक्त सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर का मामला काफी सुर्खियों में था। इस मामले में अमित शाह को तीन महीने जेल में रहना पड़ा था। उन्हें 29 अक्टूबर 2010 को जमानत मिली।
लेकिन जमानत के बाद भी उनके गुजरात जाने पर पाबंदी लगा दी गई। गिरफ्तारी से पहले अमित शाह चार दिनों तक गायब रहे। दो साल बाद जब शाह गुजरात लौटे तो उन्होंने यह शेर पढ़ा था। वहीं, अब इस शेर को आज के संदर्भ से जोड़ कर देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि नौ साल बाद मामले ने यू टर्न लिया है।