ट्रेनों की इस श्रेणी के लिए बिल्कुल अलग तरह के कोच बनाए जा रहे हैं। रेलवे की कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में बन रहे कोचों की पहली खेप तैयार भी हो चुकी है।
दरअसल थर्ड एसी और इकोनॉमी एसी क्लास के बीच कुछ खास अंतर होंगे। इसके तहत दोनों के कोच में जो मुख्य अंतर होगा वे ये है कि थर्ड एसी में अभी 72 बर्थ होती हैं जबकि थर्ड एसी इकॉनमी क्लास में 83 बर्थ होगी। यानी इसमें 11 बर्थ अधिक होंगी।
अब थर्ड एसी कोच में यात्रा करने वालों की जेब पर बोझ बढ़ेगा। यानी थर्ड एसी का किराया पहले से बढ़ जाएगा जबकि थर्ड एसी इकॉनमी नया क्लास आएगा, जो कमोबेश सस्ता होगा।
थर्ड एसी के कोच में अधिक सीटें निकाल कर बनाए गए थर्ड एसी इकॉनमी क्लास की सीटें कुछ पास-पास होंगी। इस इलाके में देर रात आया 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, अब जारी की गई सुनामी की चेतावनी
किसी भी नए रेल इंजन या डिब्बों को यात्रियों के लिए पटरी पर लाने से पहले उसका परीक्षण रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) करता है। बुधवार को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला से बने पहले थ्री टियर इकॉनमी क्लास कोच को भी परीक्षण के लिए लखनऊ भेजा जाएगा।
रेलवे का दावा है कि ये कोच विश्व में सबसे सस्ते एसी यात्री किराए वाले कोच होंगे। आरसीएफ कपूरथला में ऐसे 248 डिब्बे इस वित्त वर्ष में बनाए जाएंगे। नए कोच की खास बातें
1. इसमें प्रत्येक यात्री के लिए अलग से एक एसी डक्ट दिया गया है जिसे यात्री अपनी सुविधा से खोल या बंद कर सकते हैं। जैसा हवाई जहाजों में सुविधा रहती है।
2. नए इकोनॉमी क्लास वाले कोच में लाइटिंग पहले के मुकाबले बेहतर की गई है
3. इस कोच की दीवारें और इंटीरियर भी पहले के मुकाबले काफी बेहतर है।