भारत ने कहा कि घरेलू जरूरतों का हिसाब लगाने के बाद ही कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित देशों की मांग पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा की आपूर्ति को लेकर फैसला लिया जाएगा। यानी अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि किस देश को कितनी आपूर्ति की जाएगी। यह जानकारी इस मामले से जुड़े लोगों ने दी। गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस दवा के लिए गुहार लगाई थी।
इन देशों ने भी लगाई गुहार इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा जर्मनी, स्पेन जैसे यूरोप के कुछ देशों के अलावा इंडोनेशिया, यूएई, इजरायल, ब्राजील ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग भारत से किया है और निर्यात से प्रतिबंध हटाने की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कहा की उन्होंने भारत से अनुरोध किया है की अमेरिका ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन खरीद का जो ऑर्डर दिया है, भारत उसका निर्यात अमेरिका को करे। इसके अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति ने भी ट्वीट के जरिये जानकारी दी है की भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लिये अनुरोध किया गया है।
लगा चुका था पूरी बैन जानकारी हो कि कोरोना से निपटने में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल की प्रभावी भूमिका को देखते हुए भारत की तरफ से 25 मार्च को एक आदेश जारी कर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था सिर्फ 3 अपवादों के आधार पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात दूसरे देश को हो सकता था लेकिन 4 अप्रैल को एक नये आदेश के जरिये सारे अपवादों को खत्म कर भारत सरकार ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर पूरी तरह से बैन लगा दिया।