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मंगलवार शाम 4.40 बजे उलटी गिनती शुरू हुई थी। इसरो ने इस रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह का वजन लगभग 628 किलोग्राम बताया है। भारतीय उपग्रह को 576 किलोमीटर की एक कक्षा में रखा जाएगा। इसकी उम्र पांच साल होगी।
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भारतीय उपग्रह अपने साथ चार देशों के नौ विदेशी उपग्रहों -अमेरिका (मल्टी-मिशन लेमूर -4 सैटेलाइट्स, टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेशन टायवाक-0129, अर्थ इमेजिंग 1हॉपसैट), इजरायल (रिमोट सेंसिंग डुचिफैट -3), इटली (सर्च एंड रेस्क्यू टायवाक-0092) व जापान (क्यूपीएस-एसएआर-रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जरर्वेशन सैटेलाइट) को भी लेकर गया है।
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इन विदेशी उपग्रहों को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लॉन्च किया जा रहा है। अब तक, इसरो ने 310 विदेशी उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया है और 11 दिसंबर का मिशन सफल होने पर यह संख्या 319 हो गई है।