इस बीच भारत ने पू्र्वी लद्दाख में किसी भी तरह के चीनी आक्रमण से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। भारतीय सेना (Indian Army) ने आतंकवाद विरोधी अभियान वाली अपनी यूनिट्स को जम्मू-कश्मीर से पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनात किया है।
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकवाद-रोधी विभाग को जम्मू-कश्मीर के उत्तरी कमान क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में चल रहे ऑपरेशन से हटा दिया गया था और कई महीने पहले लद्दाख सेक्टर में तैनात किया गया था। अब चीन द्वारा लद्दाख क्षेत्र में आक्रामकता दिखाने के किसी भी संभावित कोशिश से निपटने के लिए पिछले कुछ समय से 15,000 सैनिकों को तैनात किया गया है। सैनिकों की यह ईकाई चीनी सैनिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा भविष्य में किसी भी कदम का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए लेह स्थित 14 कोर मुख्यालय की सहायता करेंगे।
पूर्वी लद्दाख में भारत ने बढ़ाई है सैनिकों की तैनाती
आपको बता दें कि चीन की नापाक गतिविधियों के मद्देनजर भारत ने पूर्वी लद्दाख सेक्टर में लगभग 50,000 सैनिकों को तैनात किया है। चीन की आक्रामकता को देखते हुए, लेह में 14 कोर्प्स के पास अब दो डिवीजन तैनात हैं जो कारू स्थित 3 डिवीजन सहित एलएसी की निगरानी करते हैं।
इसके अलावा उन क्षेत्रों में भी भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की गई है, जहां पिछले साल और बीते कुछ महीनों में तनाव देखने को मिला है। यही कारण है कि पूर्वी लद्दाख में तनाव के मद्देनजर भारत ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए भारी संख्या में सैनिकों की तैनाती की है। चीन की तरफ से भी सीमाई इलाकों में भारी संख्या में सैनिक तैनात हैं।
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बता दें कि चीन सीमा पर किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए भारतीय सेना की 17 माउंटेन स्ट्राइक कोर को 10,000 अतिरिक्त सैनिकों के रूप में एक बड़ा बूस्ट मिला है। 17 माउंटेन स्ट्राइक कोर भारतीय सेना की एकमात्र स्ट्राइक कोर है जो युद्ध की स्थिति में चीन के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाने के लिए जिम्मेदार है।