नई दिल्ली। कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने और इससे उबरने के बीच भारत में कोविड से मरने वालों का आंकड़ा 4 लाख के पार पहुंच गया है। इन आंकड़ों के साथ ही भारत अब दुनिया का तीसरा ऐसा देश बन गया है, जहां कोरोना से दम तोड़ने वालों की संख्या 4 लाख से अधिक है।
वल्डोमीटर वेबसाइट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 42,950 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30,453,527 हो गई। वहीं, 790 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 400,312 हो गई।
यह भी पढ़ेँः कहीं कोरोना की तरह डेल्टा वेरिएंट को भी तो हल्के में नहीं ले रहा WHO?भारत से ज्यादा इन देशों में हुईं मौत कोरोना से मौत के मामले में भारत तीसरे नंबर पर हैं। जबकि दुनिया में सबसे ज्यादा मौत अमरीका में हुई हैं। जहां अब तक 6 लाख 20 हजार 645 लोग कोविड के चलते दम तोड़ चुके हैं। जबकि दूसरे नंबर ब्राजील है, यहां 5 लाख 20 हजार 189 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। वहीं तीसरे नंबर भारत है जहां अब तक 400312 लोगों की कोरोना से मौत हुई है।
हालांकि, भारत की तुलना में दोनों देशों में मौतों की संख्या में एक लाख से ज्यादा का अंतर है। प्रति 10 लाख की आबादी में मौत से राहत टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, इन देशों में भारत में प्रति 10 लाख आबादी के हिसाब से मौत अब तक सबसे कम है। भारत में यह आंकड़ा 287 है। जबकि, रूस में यह संख्या 916, फ्रांस, मैक्सिको, अमरीका और ब्रिटेन में 1000 और 2000 के बीच है।
संक्रमितों के मामले में अब भी दूसरे नंबर पर भारत कोरोना के कुल संक्रमितों को मामले में भारत अब भी दूसरे नंबर पर कायम है। जबकि दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अमरीका सबसे आगे है। भारत के बाद तीसरा नंबर ब्राजील, चौथा नंबर फ्रांस और पांचवा नंबर रूस का है। ये पांच देश कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 30,453,527 हो गई है। इस घातक वायरस के संक्रमण से अबतक 29,535,506 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं देश में अब तक कुल 412,021,494 टेस्ट किए जा चके हैं। देश में कुल 517,756 एक्टिव मरीज हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
इन राज्यों ने बढ़ाई चिंता देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों में दक्षिण राज्य चिंता बढ़ा रहे हैं। केरल और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा, 14 से 15 हजार नए केस आ रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र में 10 से 11 हजार के बीच मामले रोजाना दर्ज किए जा रहे हैं। इसके बाद कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में ये आंकड़ा 8 से 9 हजार प्रति दिन का है।
इन पांच राज्यों ने सबसे ज्यादा चिंता बढ़ाई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भी रोजाना करीब 4 से 5 हजार नए केस सामने आ रहे हैं। ऐसे ही हालात कमोबेश ओडिशा के भी हैं।