इस बीच मौसम ने भी करवट ली है और देश के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री के आस-पास पहुंच गया है। तापमान बढ़ने के साथ ही एयर कंडिशनर चलाने की जरूरत भी बढ़ गई है, लेकिन कई लोगों के मन में सवाल है कि क्या एसी चलाने से कोरोना का खतरा बढ़ता है। आईए जानते हैं इस सवाल का जवाब।
लॉकडाउन-2 को लेकर जारी हुई गाइडलाइन, जानिए किन क्षेत्रों को मिली छूट और कहां पर पाबंदी जारी दुनियाभर में कोहराम मचा चुके कोरोना वयारस को लेकर कई शोध ये कह चुके हैं कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे-वैसे कोरोना वायरस के विस्तार में कमी आएगी। यही वजह है कि गर्मियों को एसी चलाने को लेकर लोगों के मन में कई सवाल है। क्या एसी चलाने से कोरोना खतरा बढ़ जाएगा, इसको लेकर दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यू ऑप मेडिकल साइंस ( AIIMS ) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कुछ स्थितियों में खतरा बढ़ सकता है।
क्रॉस वेंटिलेशन के वक्त खतरा
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक एसी चलाने पर खतरा तब बढ़ सकता है जब क्रॉस वेंटिलेशन हो। अगर आपके घर में विंडो एसी लगा है तो आपके कमरे की हवा उस कमरे तक ही रहेगी। इसलिए विंडो एसी या कार में एसी चलाने से कोई दिक्कत नहीं है।
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक एसी चलाने पर खतरा तब बढ़ सकता है जब क्रॉस वेंटिलेशन हो। अगर आपके घर में विंडो एसी लगा है तो आपके कमरे की हवा उस कमरे तक ही रहेगी। इसलिए विंडो एसी या कार में एसी चलाने से कोई दिक्कत नहीं है।
सेंट्रल एसी से संक्रमण का खतरा
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक ऑफिस जैसी जगहों पर चलने वाले सेंट्रल एसी के चलने से संक्रमण बढ़ने का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। लॉकडाउन 2 में भारतीय रेलवे ने टिकट रिफंड को लेकर लिया बड़ा फैसला, बताई नई तारीख
डॉ. गुलेरिया के मुताबिक ऑफिस जैसी जगहों पर चलने वाले सेंट्रल एसी के चलने से संक्रमण बढ़ने का खतरा तेजी से बढ़ सकता है। लॉकडाउन 2 में भारतीय रेलवे ने टिकट रिफंड को लेकर लिया बड़ा फैसला, बताई नई तारीख
दरअसल सेंट्रल एसी से हवा सारे कमरों में जाती है और अगर किसी दूसरे कमरे में या ऑफिस के किसी और हिस्से में कोई व्यक्ति खांस रहा है और उसको इंफेक्शन है तो वो एसी की हवा से एक कमरे से दूसरे कमरे में भी फैल सकता है।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि अगर विंडो एसी है और वो घर के एक कमरे में लगा है तो एसी चलाने में डरने की कोई बात नहीं है।