गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपने मंत्रियों को बाढ़ग्रस्त इलाकों के बारे में अपडेट्स रखने और उचित राहत कार्य देने के कहा है। साथ ही गुजरात के सांसदों ने भी केंद्र से राहत की मांग की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री से लगातार बाढ़ के हालात की जानकारी देने को कहा है। बता दें कि गुजरात में सौराष्ट्र, दक्षिण गुजरात व मध्य गुजरात सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं। सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है, इन इलाकों में सबसे ज्यादा साढे पांच इंच तक बारिश दर्ज की गई है। राज्य के लगभग 109 तहसील बारिश और बाढ़ के प्रभाव में हैं। इनमें मांगरोल, कोडीनार और जामनगर में 4-4 इंच बारिश हुई है।
गौरतलब है कि गुजरात बाढ़ का मामला राज्य तक ही सीमित ना होकर केंद्र तक पहुंच गया है। जिसे लेकर केन्द्र सरकार में मीटिंग भी हुई, जिसमें केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, केन्द्रीय पंचायत राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, केन्द्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, केन्द्रीय मंत्री हरिभाई चौधरी और कई सांसद भी मौजूद थे।
गुजरात: भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, स्कूल-कॉलेज बंद मीटिंग में गुजरात बाढ़ के हालात पर चर्चा की गई और एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें केंद्र से राहत पैकेज की मांग की गई है।
बताया जा रहा है कि राज्य में अभी तक लगभग 44 फीसदी बारिश हो चुकी है। गुजरात में हो रही भारी बारिश से अब तक लगभग 30 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लापता भी बताए जा रहे हैं। अभी भी सौराष्ट्र व दक्षिण गुजरात, मध्य गुजरात तथा उत्तर गुजरात में अगले पांच दिनों में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है।