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बुधवार को ओडिशा में भारी बारिश दर्ज की गई
दरअसल, केंद्रीय जल आयोग ने भारतीय मौसम विभाग का हवाला देते हुए बताया कि जम्मू-कश्मीर सब डिवीजन के कुछ क्षेत्रों में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। गौरतलब है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से बुधवार को ओडिशा में भारी बारिश दर्ज की गई थी। जिसकी वजह से प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा खड़ा हो गया है। जल आयोग ने बताया कि बारिश की वजह से केंद्र शासित प्रदेश के निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, जबकि कई क्षेत्र सड़क संपर्क टूटने की वजह से बिल्कुट कट गए हैं। इसके साथ ही यहां दो लोगों की मौत भी हो गई है।
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24 घंटे के दौरान प्रदेश में सुबह 9 बजे तक औसतन 76.6 मिमी बारिश
विशेष राहत आयुक्त पीके जेना ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी 30 जिलों में भारी बारिश हुई है। जबकि प्रदेश के 9 जिले तो ऐसे हैं, जहां तेज बारिश देखने को मिली है। जिसकी वजह से कई निचले इलाकों पानी में डूब गए हैं। जेना ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में सुबह 9 बजे तक औसतन 76.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। जबकि जिन 9 जिलों में तेज बारिश हुई, वहां 100 मिमी से अधिक दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि इस समयावधि में प्रदेश में चार प्रखंडों में औसतन 200 मिमी से देखने को मिली।
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वहीं, बाढ़ की बुरी तरह से चपेट में आए बिहार को मानसून के कहर से अगस्त में राहत जरूर मिली है। हालांकि बाढ़ के हालात जस के तस बने हुए हैं। इसके साथ ही राज्य के कई जिले अभी भी बाढ़ से बेहाल हैं। बिहार के करीब 20 जिलों में बाढ़ से फसल को नुकसान हुआ है।