नेवी के हाथ भी नहीं लगी कामयाबी
वायु सेना के लापता विमान को खोचने के लिए अब तक कई विमानों समेत कई संस्थानों की ममद ली जा चुकी है, लेकिन किसी भी तरह सफलता हाथ नहीं लग पाई है। शुक्रवार को भारतीय नेवी के P8I विमान ने भी तमिलनाडु के अरक्कोणम से इस लापता विमान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया लेकिन उसे भी लंबी खोजबीन के बाद कुछ हाथ नहीं लगा। यही वजह है कि अब वायु सेना ने थक हारकर इसकी जानकारी देने वाले को इमान तक देने की घोषणा कर डाली है। आपको बता दें कि इस विमान में 13 लोग सवार थे और इसे लापता हुआ अब 6 दिन हो चुके हैं।
वायु सेना के लापता विमान को खोचने के लिए अब तक कई विमानों समेत कई संस्थानों की ममद ली जा चुकी है, लेकिन किसी भी तरह सफलता हाथ नहीं लग पाई है। शुक्रवार को भारतीय नेवी के P8I विमान ने भी तमिलनाडु के अरक्कोणम से इस लापता विमान को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया लेकिन उसे भी लंबी खोजबीन के बाद कुछ हाथ नहीं लगा। यही वजह है कि अब वायु सेना ने थक हारकर इसकी जानकारी देने वाले को इमान तक देने की घोषणा कर डाली है। आपको बता दें कि इस विमान में 13 लोग सवार थे और इसे लापता हुआ अब 6 दिन हो चुके हैं।
भारतीय वायु सेना ने अपने विमान के बारे में जानकारी देने वाले के लिए कदम उठाया है। इसके तहत जो कोई भी विमान AN-32 के लोकेशन की सूचना देगा, उसे पांच लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। ये घोषणा एयर ईस्टर्न एयर कमांड के मार्शल आरडी माथुर ने की।
एयर चीफ मार्शन ने भी किया दौरा
लापता विमान को खोजने की हर मुमुकिन कोशिश में जुटी वायु सेना किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही वजह है कि सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शन बीएस धनोआ ने भी असम के जोहरट का दौरा किया। इस दौरान धनोआ उस स्टेशन भी पहुंचे जहां तलाशी अभियान चल रहा है। उन्होंने पूरे ऑपरेशन को लेकर जानकारी ली। बीएस धनोआ ने इस दौरान विमान में सवार अधिकारियों के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि जल्द ही कोई सुराग निकाल लिया जाएगा।
लापता विमान को खोजने की हर मुमुकिन कोशिश में जुटी वायु सेना किसी भी तरह की कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही वजह है कि सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शन बीएस धनोआ ने भी असम के जोहरट का दौरा किया। इस दौरान धनोआ उस स्टेशन भी पहुंचे जहां तलाशी अभियान चल रहा है। उन्होंने पूरे ऑपरेशन को लेकर जानकारी ली। बीएस धनोआ ने इस दौरान विमान में सवार अधिकारियों के परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि जल्द ही कोई सुराग निकाल लिया जाएगा।
जंगल और पहाड़ों ने बढ़ाई चुनौती
जिस क्षेत्र से विमान AN-32 लापता हुआ है उसके अब तक कोई सुराग ना मिलने के पीछे सबसे बड़ा रोड़ा ये इलाका है। दरअसल ये पूरा इलाका घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। ऐसे में हर तरह के सर्च ऑपरेशन में बड़ी परेशाना सामने आ रही है और कोई कामयाबी हाथ नहीं लग रही। आपको बता दें कि इसी वजह से इस सर्च ऑपरेशन में इसरो की भी मदद ली जा रही है ताकि सैटेलाइट के जरिये इस विमान को ढूंढा जा सके।
जिस क्षेत्र से विमान AN-32 लापता हुआ है उसके अब तक कोई सुराग ना मिलने के पीछे सबसे बड़ा रोड़ा ये इलाका है। दरअसल ये पूरा इलाका घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। ऐसे में हर तरह के सर्च ऑपरेशन में बड़ी परेशाना सामने आ रही है और कोई कामयाबी हाथ नहीं लग रही। आपको बता दें कि इसी वजह से इस सर्च ऑपरेशन में इसरो की भी मदद ली जा रही है ताकि सैटेलाइट के जरिये इस विमान को ढूंढा जा सके।
सबसे तेज विमान भी नहीं लगा पाया सुराग
शुक्रवार को भारतीय वायु सेना ने बड़ी उम्मीदों के साथ अपने सबसे तेज विमानों में से एक P-8I को लापता विमान खोजने में लगाया। तमिलनाडु के आईएनएस राजली से इस विमान ने अपना खोज अभियान शुरू किया, लेकिन अब तक कोई सुराग लगाने में सफलता नहीं मिली है। आपको बता दें कि P-8I समुद्री टोही, पनडुब्बी रोधी अभियानों और इलेक्ट्रॉनिक खुफिया अभियानों के लिए सेंसर से लैस है। लापता विमानों की खोज के लिए इस विमान का इस्तेमाल किया जाता है। P-8I में सबसे ज्यादा शक्तिशाली सिंथेटिक एपर्चर रडार का इस्तेमाल किया गया है जो किसी भी लापता विमान को खोजने में मददगार साबित होता है।
शुक्रवार को भारतीय वायु सेना ने बड़ी उम्मीदों के साथ अपने सबसे तेज विमानों में से एक P-8I को लापता विमान खोजने में लगाया। तमिलनाडु के आईएनएस राजली से इस विमान ने अपना खोज अभियान शुरू किया, लेकिन अब तक कोई सुराग लगाने में सफलता नहीं मिली है। आपको बता दें कि P-8I समुद्री टोही, पनडुब्बी रोधी अभियानों और इलेक्ट्रॉनिक खुफिया अभियानों के लिए सेंसर से लैस है। लापता विमानों की खोज के लिए इस विमान का इस्तेमाल किया जाता है। P-8I में सबसे ज्यादा शक्तिशाली सिंथेटिक एपर्चर रडार का इस्तेमाल किया गया है जो किसी भी लापता विमान को खोजने में मददगार साबित होता है।
अब तक इन विमानों ने की खोज
– SU -30
– C-130 विंमान
– AN-32
-MI-17
– ISRO
– ALH हेलिकॉप्टर इन नंबरों पर दी जा सकती है सूचना
वायुसेना के लापता विमान AN-32 के बार में जानकारी जुटाने के लिए सेना हर संभव कोशिश कर रही है। इसके लिए सेना, अरुणाचल प्रदेश के प्रशासन और अन्य राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है। किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। डिफेंस पीआरओ विंग कमांडर रत्नाकर सिंह के मुताबिक लापता विमान के बारे में 0378-3222164, 9436499477, 9402077267, 9402132477 नंबरों पर फोन करके सूचना दी जा सकती है।
– SU -30
– C-130 विंमान
– AN-32
-MI-17
– ISRO
– ALH हेलिकॉप्टर इन नंबरों पर दी जा सकती है सूचना
वायुसेना के लापता विमान AN-32 के बार में जानकारी जुटाने के लिए सेना हर संभव कोशिश कर रही है। इसके लिए सेना, अरुणाचल प्रदेश के प्रशासन और अन्य राष्ट्रीय एजेंसियों की मदद ले रही है। किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। डिफेंस पीआरओ विंग कमांडर रत्नाकर सिंह के मुताबिक लापता विमान के बारे में 0378-3222164, 9436499477, 9402077267, 9402132477 नंबरों पर फोन करके सूचना दी जा सकती है।