कर्फ्यू हटने के बाद ही यहां सैलानियों ( Tourist ) की बाढ़ आ गई है। सूबे के पर्यटन स्थलों में बीते तीन दिन में बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचे हैं। इससे कोरोना का खतरा जरूर बढ़ गया है, लेकिन लंबे समय से पर्यटन से जुड़े लोगों के मायूस चेहरे पर मुस्कान भी आ गई है।
यह भी पढ़ेंःWeather Update: दिल्ली में इस वजह से सुस्त पड़ी Monsoon की रफ्तार, जानिए अन्य राज्यों में मौसम का हाल बीते डेढ़ वर्ष से कोरोना की मार झेल रहे इन कारोबारियों के लिए कोरोना कर्फ्यू में दी गई ढील किसी संजीवनी से कम नहीं है। शिमला (Shimla), मनाली (Manali), कसौली, चंबा जैसे टूरिस्ट स्पॉट सैलानियों से गुलजार हैं।
इस वजह से बढ़ी पर्यटकों की भाड़ी
दरअसल, सरकार ने टूरिस्ट के लिए प्रदेश में एंट्री के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट (RTPCR) की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. मैदानी इलाकों में भारी गर्मी पड़ रही है और इसी वजह से टूरिस्ट पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।
दरअसल, सरकार ने टूरिस्ट के लिए प्रदेश में एंट्री के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट (RTPCR) की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. मैदानी इलाकों में भारी गर्मी पड़ रही है और इसी वजह से टूरिस्ट पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।
दो साल बाद खुला रोहतांग पास
कोरोना संकट के बीच करीब दो साल बाद रोहतांग पास भी खोला गया है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। 13,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित विश्व विख्यात पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए खुलने के बाद सोमवार को यहां बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे।
हालांकि, प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि फिलहाल स्थानीय टैक्सियों को ही एसडीएम कार्यालय से परमिट लेकर रोहतांग जाने दिया जा रहा है।
दरअसल एनजीटी के नियमों के तहत रोहतांग में सिर्फ 1400 वाहनों को ही एक दिन में जाने की इजाजत है।
कोरोना संकट के बीच करीब दो साल बाद रोहतांग पास भी खोला गया है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। 13,050 फीट की ऊंचाई पर स्थित विश्व विख्यात पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा पर्यटकों के लिए खुलने के बाद सोमवार को यहां बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे।
हालांकि, प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि फिलहाल स्थानीय टैक्सियों को ही एसडीएम कार्यालय से परमिट लेकर रोहतांग जाने दिया जा रहा है।
दरअसल एनजीटी के नियमों के तहत रोहतांग में सिर्फ 1400 वाहनों को ही एक दिन में जाने की इजाजत है।
60 घंटे में 8100 गाड़ियों की एंट्री
गर्मी और कोरोना में घरों में कैद होने के बाद लोगों ने अब पहाड़ों की तरफ रुख किया है। सिर्फ हिमाचल प्रदेश के शिमला में बीते 60 घंटे में 8100 गाड़ियों की एंट्री हुई है।
गर्मी और कोरोना में घरों में कैद होने के बाद लोगों ने अब पहाड़ों की तरफ रुख किया है। सिर्फ हिमाचल प्रदेश के शिमला में बीते 60 घंटे में 8100 गाड़ियों की एंट्री हुई है।
हालात यह हैं कि राजधानी की सड़कें जाम हो रही हैं। सोलन के परवाणू में तो कालका शिमला एक्सप्रेस हाईवे पर गाड़ियों की लंबा कतारें लग गई थीं। शिमला के डीएमसी कमल वर्मा के मुताबिक सोमवार को 24 घंटे में शिमला में 3100 गाड़ियां दाखिल हुई हैं। हालांकि उन्होंने आश्वासन दिलाया कि कोरोना नियमों के पालन के लिए पुलिस मुस्तैद है।
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सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में अन्तरराज्यीय आवाजाही की अनुमति दी गई है। प्रदेश में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कोविड ई-पास सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्रेशन के जरिए निगरानी रखी जा रही है।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में अन्तरराज्यीय आवाजाही की अनुमति दी गई है। प्रदेश में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कोविड ई-पास सॉफ्टवेयर में रजिस्ट्रेशन के जरिए निगरानी रखी जा रही है।
होटल व्यवसायियों को राज्य सरकार ने मानक संचालन प्रणाली का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। फेसमास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम के अनुपालन का भी आग्रह किया।