इसके साथ ही मंत्रालय का कहना है कि एन-95 मास्क के घरेलू उत्पादन को बढ़ाने के साथ ही एक करोड़ से अधिक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण ( PPE) के लिए भी आदेश दिया गया है।
मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि नए मामलों की पहचान करने के लिए उनकी जांच प्रगति पर है।
दक्षिण पश्चिम दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में भाग लेने वाले काफी लोग देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंच चुके हैं, जिन्हें ढूंढकर एकांतवास में करने का काम किया जा रहा है।
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अकेले तमिलनाडु में ही 173 कोरोना के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनका संबंध मरकज की सभा से मिला है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि दिल्ली में तबलीगी जमात मुख्यालय में हुए कार्यक्रम में शामिल करीब दो हजार लोगों की पहचान की गई है।
इनमें से 1,804 को एकांतवास में रखा गया है, जबकि 334 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अग्रवाल ने कहा, बुधवार से अब तक 328 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जबकि 12 मौतें हुई हैं। कुल 151 मरीज ठीक हुए हैं।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकारों से जिला स्तर पर कोरोनावायरस संकट का प्रबंधन करने का भी आग्रह किया है।
पीपीई की कमी पर एक प्रश्न के जवाब में अग्रवाल ने कहा कि अन्य नियमित मास्क के अलावा 1.5 करोड़ पीपीई और एक करोड़ एन-95 मास्क के लिए आदेश दिए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि चल रहे संकट के बीच एन-95 मास्क के घरेलू विनिर्माण को भी तेज किया गया है।