Corovairus Vaccine आने से पहले काफी काम की जरूरत गौर करने वाली बात यह है कि फेवीपिरवीर ( Favipiravir ) एकमात्र खाई जाने वाली एंटी-वायरल इलाज की दवा है जिसे हल्के से मध्यम COVID-19 रोग वाले मरीजों के संभावित उपचार के लिए भारत में मंजूरी दी गई है।
इस दवा की लॉन्चिंग के मौके पर सन फार्मा में इंडिया बिजनेस के सीईओ कीर्ति गैनोरकर ने कहा कि भारत में प्रतिदिन 50,000 से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं और ऐसे वक्त में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को इलाज के ज्यादा विकल्प प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता है।
कंपनी द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, “हम अधिक से अधिक मरीजों को दवा सुलभ कराने के लिए एक किफायती मूल्य पर फ्लुगार्ड लॉन्च कर रहे हैं, जिससे उनका वित्तीय बोझ कम हो रहा है। यह भारत की महामारी प्रतिक्रिया का समर्थन करने के हमारे निरंतर प्रयासों के अनुरूप है।”
केवल 399 रुपये में बाजार में लॉन्च हो गई दुनिया की सबसे सस्ती कोरोना diagnostic kit, और कम हो सकती है कीमत कंपनी देश भर में मरीजों को फ्लूगार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार और चिकित्सा समुदाय के साथ मिलकर काम करेगी। फ्लुगार्ड के शेयर इस सप्ताह बाजार में उपलब्ध होंगे। सन फार्मा दुनिया की चौथी सबसे बड़ी विशेष जेनेरिक दवा कंपनी होने के साथ ही भारत की शीर्ष दवा कंपनी है।
100 से अधिक देशों में ग्राहकों और मरीजों के लिए अपने उत्पादों को वितरित करते हुए इसकी वैश्विक मौजूदगी छह महाद्वीपों में फैली मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटीज द्वारा समर्थित है, जिसे सभी नियामक एजेंसियों द्वारा स्वीकृति मिली हुई है।
दवा है वैक्सीन नहीं बता दें कि फ्लुगार्ड एक ओरल मेडिसिन यानी मुंह से खाई जाने वाली दवा है। किसी बीमारी की दवा और वैक्सीन दोनों अलग होती हैं। वैक्सीन जहां उस बीमारी से बचाने के लिए काम आने वाला टीका होता है, दवा उस बीमारी को ठीक करती है।
यह दवा कोरोना वायरस संक्रमित ऐसे मरीजों के लिए है जिन्हें हल्के या मध्यम स्तर की बीमारी है। सन फार्मा की यह दवा कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों के लिए नहीं है।