21 मई को बनाए गए फेयर बैंड्स व्यवस्था में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए सिविल एविएशन मिनिस्ट्री (Civil Aviation Ministry) खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रही है। मंत्रालय की ओर से रोजाना एयर ट्रैफिक की निगरानी की जा रही है। चूंकि दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों के चलते पैसेंजर्स की संख्या में बढ़ोत्तरी की उम्मीद है। ऐसे में आने वाले समय में अपर फेयर कैप यानी ऊपरी सीमा को नार्मल कैपेसिटी से 70-75% तक बढ़ाया जा सकता है।
1 नवंबर तक के सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना काल के शुरुआती दौर में एयरलाइंस कंपनियों को अपनी क्षमता के 33 फीसदी लोगों के साथ उड़ान सेवा शुरू करने की इजाजत दी गई थी। उस समय रोजाना औसतन 30000 यात्री ही हवाई यात्रा करते थे। हालांकि वक्त के साथ इसकी संख्या में इजाफा हुआ है। बताया जाता है कि अब डेली पैसेंजर ट्रैफिक की तादाद 2.05 लाख से अधिक हो गई है। फेस्टिव सीजन में इस संख्या के और बढ़ने की संभावना है।