Ghazipur Border: राकेश टिकैत के लिए उनके गांव से आया छाछ और पानी, किसान बोले- बहा देंगे गाजियाबाद
कुछ पलों ने पूरे किसान आंदोलन की तस्वीर बदल दी
राकेश टिकैत ने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए उपद्रव से भी खतरनाक स्थिति थी। उन्होंने कहा कि मैंने भारतीय जनता पार्टी को अपना वोट दिया था, अब उनके ही लोगों ने आंदोलन को फिर से खड़ा करने में मदद की। राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा। आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस पर कुछ तथाकथित किसानों द्वारा उपद्रव किए जाने के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। जिसके बाद पुलिस ने धरना स्थल पर किसानों के टैंट और शौचालयों को हटा दिया है। यही नहीं प्रशासन ने किसानों के लिए पानी की सप्लाई भी बंद कर दी थी, जिसको देखकर माना जा रहा था कि किसान आंदोलन अब समाप्ति की ओर है, लेकिन आखिरी के कुछ पलों ने पूरे किसान आंदोलन की तस्वीर बदल दी।
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मीडिया से बात करते-करते राकेश टिकैत रो पड़े
आपको बता देें कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गाजियाबाद के जिलाधिकारी और कप्तान भारी पुलिस बल के साथ गाजीपुर बॉर्डर खाली कराने पहुंचे थे। लेकिन मंच से किसानों को संबोधित कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने धरना स्थल से हटने से साफ इनकार कर दिया। राकेश टिकैत ने कहा कि अगर उनके या किसी भी किसान के साथ कोई जबरदस्ती की गई तो वह आत्महत्या कर लेंगे। इसके साथ ही मीडिया से बात करते-करते राकेश टिकैत रो पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश के किसानों को बर्बाद करने पर तुली है, लेकिन वह किसानों को बर्बाद नहीं होने देेंगे, फिर चाहे इसके लिए उनको अपनी जान ही क्यों न गंवानी पड़े।