कोरोना काल के चलते धाम में किसी भी श्रद्धालुओं को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी। कोविड प्रोटोकॉल के चलते जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। इस दौरान सिर्फ 21 लोगों को मां गंगा की उत्सव डोली के साथ चलने की अनुमति प्रदान की है।
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गंगोत्री धान के कपाट तो खोले जाएंगे, लेकिन इस दौरान पूरी कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा। 21 लोग जहां उत्सव डोली में हिस्सा लेंगे, वहीं तीर्थपुरोहितों और पांच मंदिर समिति के ये सदस्य मां गंगा की डोली के साथ मास्क और सोशल डिस्टेंस का कढ़ाई से पालन भी करेंगे।
गंगोत्री धान के कपाट तो खोले जाएंगे, लेकिन इस दौरान पूरी कोरोना नियमों का पालन किया जाएगा। 21 लोग जहां उत्सव डोली में हिस्सा लेंगे, वहीं तीर्थपुरोहितों और पांच मंदिर समिति के ये सदस्य मां गंगा की डोली के साथ मास्क और सोशल डिस्टेंस का कढ़ाई से पालन भी करेंगे।
ऐसे निकलेगी डोली
शीतकालीन प्रवास से 14 मई को 11 बजकर 45 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली मुखवा (मुखीमठ) से गंगोत्री के लिए रवाना होगी। रात्रि विश्राम भैरव बाबा मंदिर पर होगा, जंहा पर आनन्द भैरव देवता और मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी।
शीतकालीन प्रवास से 14 मई को 11 बजकर 45 मिनट पर मां गंगा की उत्सव डोली मुखवा (मुखीमठ) से गंगोत्री के लिए रवाना होगी। रात्रि विश्राम भैरव बाबा मंदिर पर होगा, जंहा पर आनन्द भैरव देवता और मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी।
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पूजा अर्चना के बाद अगले दिन यानी 15 मई को सुबह 5 बजे भैरव घाटी से 8 किलोमीटर दूरी तय कर के ठीक 6 बजकर 30 मिनट पर गंगोत्री धाम के प्रांगण में पहुंच जाएगी।
पूजा अर्चना के बाद अगले दिन यानी 15 मई को सुबह 5 बजे भैरव घाटी से 8 किलोमीटर दूरी तय कर के ठीक 6 बजकर 30 मिनट पर गंगोत्री धाम के प्रांगण में पहुंच जाएगी।
यहां सुबह करीब 7 बजकर 31 मिनट पर मृग श्री नक्षत्र मिथुन लग्न शुभ वेला पर मां गंगा के कपाट विधि विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए अगले 6 माह के लिए खोल दिए जाएंगे।
आपको बता दें कि अक्षय तृतीया ( Akshaya Tritiya 2021 ) पर कोई नया काम शुरू करना शुभ माना जाता है। इस दिन लोग घर पर विशेष प्रार्थना करते हैं और सोना, चांदी और कीमती सामान की खरीदारी भी की जाती है।
हालांकि कोरोना के चलते कई राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे में खरीदारी पर कुछ हद तक असर भी पड़ा है। बावजूद इसके लोगों के उत्साह में कमी नहीं है। घरों पर रहकर ही त्योहार मनाया जा रहा है।