1. स्वयंभू गणेश मंदिर, रत्नागिरि सागर के किनारे बना स्वयंभू गणेश जी का यह मंदिर महाराष्ट्र ( Maharashtra ) के रत्नागिरि जिले के गणपतिपुले नाम के छोटे से गांव में स्थित है। मुंबई से लगभग 375 किलोमीटर दूर प्रकृति की गोद में स्वयंभू गणपति मंदिर ( Swayambhu Ganpati Temple ) स्थित है। स्वयंभू का मतलब है खुद से बना हुआ। लोगों का मानना है कि यह मंदिर अपने आप ही बना है और यहां दर्शन करने वाले भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। यहां 5 दिनों तक गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यहां पर गणेश की पूजा पश्चिम के द्वार देवता के रूप में होती है। यहां भगवान गणेश की स्वयंभू प्रतिमा के दर्शन के लिए दूर दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। खासतौर पर बुधवार के दिन इस मंदिर में भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
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3. केशरीवाडा गणपति पुणे महाराष्ट्र के प्रमुख शहरों में शुमार पुणे ( Oune ) में भी यह त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यहां पूरे दस दिनों तक भगवान की मूर्ति स्थापित की जाती है और हर दिन गणेश जी की खास पूजा-अर्चना होती है। पुणे में कस्बा गणपति, गुरूजी तमिल और केशरीवाडा गणपति ( Keshariwada Ganpati ) बहुत प्रसिद्ध हैं जिनके दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
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5. गणेश मंदिर हैदराबाद तेलंगाना ( Telangana ) की राजधानी हैदराबाद ( Hyderabad ) में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हैदराबाद में यह पर्व पूरे 15 दिन तक भगवान गणेश की पूजा करने के बाद उनका विसर्जन किया जाता है।