इस योजना को कैबिनेट की तरफ से मंजूरी दी जा चुकी है। इसकी घोषणा खुद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने 5 मार्च को ही कर दी थी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की ये योजना महिलाओं को और भी ज्यादा सशक्त बना देगी। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा विधानसभा में की थी।
गौरतलब है कि 2011 में पंजाब की आबादी 2.77 करोड़ रही, जिसमें 1,46,39,465 पुरुष और 1,31,03,873 महिलाएं शामिल हैं। यानी की सरकार की इस योजना का लाभ राज्य की 1.31 करोड़ से अधिक महिलाएं और लड़कियों उठा सकेगी। इस योजना के तहत पंजाब निवासी महिलाएं पीआरटीसी, पंजाब रोडवेज और सिटी बस सेवाओं सहित सभी सरकारी बसों में मुफ्त बस यात्रा का लाभ उठा सकती हैं।
हालांकि, ये योजना प्राइवेट, वोल्वो और एचवीएसी बसों पर लागू नहीं है। सरकारी मुफ्त बस यात्रा का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को सफर के दौरान अपना प्रमाण पत्र दिखाना अनिवार्य होगा। जिसमें वोटर कार्ड, आधार कार्ड या पंजाब निवासी होने का कोई प्रमाण दिखाना अनिवार्य होगा। इनमें से एक भी प्रमाण पत्र दिखाने पर ही महिलाएं मुफ्त बस सेवा का लाभ उठा सकेंगी।
इसके अलावा, जो महिलाएं चंडीगढ़ निवासी है, या फिर राज्य सरकार के कर्मचारियों के परिवार से ताल्लुक रखती है या फिर पंजाब निवासी ना होते हुए चंदीगढ़ में सरकारी कर्मचारी हैं, वह सभी महिलाएं सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकेंगी। इस योजना से सभी वर्ग की महिलाओं को लाभ मिलेगा। सरकारी बस सेवा मुफ्त होने के साथ-साथ सुरक्षित, सस्ती और सुनिश्चित जगह पर पहुंचायेगी। सबसे अहम बात ये है कि महिलाओं के लिए यह बस सेवा सड़को पर वाहनों की कमी जरूर लाएगी।