अचानक भर्ती कराए जाने से उठे सवाल 93 वर्षीय वाजपेयी को अचानक एम्स में भर्ती कराए जाने से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। लंबे समय से बीमार चल रहे अटल बिहारी वायजेपी की जांच के लिए हर वक्त डॉक्टरो की टीम उनके आवास पर तैनात रहती है। उनकी जांच उनके घर पर ही होती है, ऐसे में अचानक उन्हें एम्स क्यों लाया गया, इसे लेकर लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं।
एम्स के डॉयरेक्टर की निगरानी में वाजपेयी वाजपेयी को एम्स के डॉयरेक्टर रणदीप गुलेरिया की निगरानी में रखा गया है। एम्स की ओर जारी बयान में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को नियमित जांच के लिए यहां लाया गया है।
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आठ बजे डिस्चार्ज होंगे अटलफिलहाल मिली जानकारी के मुताबिक वायजेपी को एम्स के डायरेक्टर की देखरेख में रखा गया है। इससे पहले फरवरी 2009 में उन्हें सीने में इन्फेक्शन और बुखार की की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबित रात आठ बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
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2014 में मिला सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को 2014 में भारत सरकार ने देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए वाजपेयी के सरकारी निवास छह कृष्णा मेनन मार्ग पहुंच कर उन्हे भारत रत्न प्रदान किया था। वाजपेयी का राजनीतिक सफर
1951 में गठित भारतीय जन संघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल। 1957 में वे लोकसभा व 1962 में राज्यसभा सांसद चुने गए। 1996 में पहली बार (13 दिन) , 1998 में दूसरी बार (13 महीने) और 1999 में तीसरी बार (पूरे 5 साल के लिए) प्रधानमंत्री चुने गए।
1951 में गठित भारतीय जन संघ के संस्थापक सदस्यों में शामिल। 1957 में वे लोकसभा व 1962 में राज्यसभा सांसद चुने गए। 1996 में पहली बार (13 दिन) , 1998 में दूसरी बार (13 महीने) और 1999 में तीसरी बार (पूरे 5 साल के लिए) प्रधानमंत्री चुने गए।