कश्मीर मुठभेड़ को सेना बताया सर्जिकल ऑपरेशन, निशाने पर था लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर
भारत और पाकिस्तानी सेनाओं ने शुक्रवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग की। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर पुंछ रावलकोट क्रासिंग प्वाइंट पर भारतीय व पाकिस्तानी सेनाओं के बीच ब्रिगेडियर कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग आयोजित की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई ब्रिगेडियर वी.एस. सेखोन, जबकि पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई ब्रिगेडियर कैसर ने की। आनंद ने कहा कि फ्लैग मीटिंग विश्वास बहाली के उपायों, नियंत्रण रेखा पर शांति बहाली और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की ओर से घुसपैठ रोकने पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि फ्लैग मीटिंग दोस्ताना और स्नेहपूर्ण माहौल में हुई। दोनों पक्षों ने 2003 संघर्षविराम समझौते के नियमों और 29 मई 2018 में हुए डीजीएमओ स्तर की वार्ता का पालन करने पर प्रतिबद्धता जताई।
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आपको बता दें कि भारतीय सेना ने जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में जिस मुठभेड़ में छह आतंकवादी मारे गए हैं, वह सेना का सर्जिकल ऑपरेशन थी। 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. भट्ट ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर आजाद मलिक सहित छह आतंकवादियों की मौत को सर्जिकल ऑपरेशन बताया।