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केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का निधन, बेटे चिराग ने दी जानकारी बिहार के पूर्व सीएम का कोरोना से निधन बिहार के रहने वाले सतीश प्रसाद सिंह का जन्म 1 जनवरी, 1931 को मुंगेर जिला में हुआ था। हाल ही (27 अक्टूबर) में सतीश सिंह की ज्ञानकला देवी का निधन हुआ था। सतीश कोरोना पॉजिटिव थे और दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में उनक इलाज चल रहा था। सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से बिहार ने एक और दिग्गज नेता को खो दिया है। सतीश सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लेकर राज्य के कई नेताओं ने गहरा दुख प्रकट किया है। सतीश सिंह कुशवाहा जाति से संबंध रखते थे। सतीश सिंह पहली बार परबत्ता विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। लेकिन, जब 1967 में बिहार विधानसभा का चुनाव हुआ तो उनकी किस्मत पलट गई।
केवल पांच दिनों के लिए बने थे मुख्यमंत्री इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। लिहाजा, गठबंधन की सरकार में जनक्रांति दल के नेता महामाया प्रसाद सिन्हा बिहार के मुख्यमंत्री बने। लेकिन, परिस्थिति ऐसी बनी कि महामाया प्रसाद सिन्हा को एक साल से पहले ही सीएम का पद छोड़ना पड़ा। ऐसे में सतीश सिंह का किस्मत खुल गया और महज पांच दिनों के लिए वह बिहार के मुख्यमंत्री बन गए। सतीश प्रसाद सिंह 28 जनवरी 1968 से 1 फरवरी 1968 बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे। सतीश सिंह बीजेपी और और कांग्रेस दोनों से पार्टी से अपनी राजनीतिक पारी खेल चुके हैं। साल 1980 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें खगड़िया लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा। सतीश प्रसाद सिंह यह चुनाव जीत गए। काफी समय तक कांग्रेस में रहने के बाद 22 सितंबर, 2013 को सतीश सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया। हालांकि, सतीश सिंह ज्यादा दिनों तक बीजेपी में नहीं रहे और एक दोबारा कांग्रेस में वापस चले गए। लेकिन, इनकी पहचान बिहार के पांच दिन के सीएम के रूप में आज भी होती है। क्योंकि, सबसे कम दिन तक सीएम रहने वाले सतीश प्रसाद सिंह ही हैं।