कर्ज माफी और फसलों की सही कीमतों की मांग
किसानों की मांगों के बारे में बताते हुए अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अशोक धावले ने कहा कि किसानों पर हो रहे अत्याचारों और उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्रमुख मांग फसलों का सही दाम व उत्पादन लागत पर कम से कम 50 फीसदी का लाभ अनुपात पाना है। किसान नेता ने यह भी कहा कि हम तुरंत किसानों के पूर्ण कर्ज माफी की मांग भी सरकार के समक्ष रखेंगे। धावले के अनुसार पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान यह वादा किया था कि सरकार आने पर किसानों को फसलों की अच्छी कीमत के साथ स्वामाीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाएगा। जबकि एआईकेएससीसी की रिपोर्ट के अनुसार फसलों की लागत और आमदनी भेद के पीछे सबसे बड़ा कारण ईंधन, कीटनाशक, उर्वरक और यहां तक कि सिंचाई की लागत में बढ़ोतरी होना है।
जारी रहेगा प्रदर्शन
किसान नेता ने कहा कि फसलों के कीमतों में भारी असंतुलन और कर्ज को बोझ किसानों को आत्महत्या की ओर धकेल रहा है। यही कारण है कि किसान के सामने अपनी सरकार तक पहुंचाने के लिए धरना प्रदर्शन के हलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है। इस बड़ी समस्या के विरोध में और सरकार का ध्यान इस तरह आकर्षित करने के लिए हम बड़ी तादाद में दिल्ली में किसान मुक्ति संसद में एकत्र हो रहे हैं।